हिसार: कृषि कानूनों को लेकर बीजेपी सरकार के खिलाफ किसानों का विरोध बढ़ता ही जा रहा है. बता दें कि सीएम मनोहर लाल सोमवार को हिसार पहुंचे थे. जब किसानों को पता लगा तो वे भी विरोध करने के लिए पहुंच गए.
बता दें कि सीएम का हेलिकॉप्टर जिंदल इंडस्ट्रीज एरिया में उतारा गया. किसानों ने औद्योगिक क्षेत्र में सड़क पर एकत्रित होकर मौके पर पहुंचने का प्रयास किया. पुलिस ने किसानों को रोका तो किसानों ने वहां पर ही नारेबाजी शुरू कर दी. हाथों में काले झंडे लेकर अपना विरोध जताया. जब तक सीएम का हेलिकॉप्टर नहीं उड़ा तब तक प्रदर्शन जारी रहा.
प्रशासन की ओर से किसानों का ध्यान भटकाने का भरसक प्रयास किया गया. चंडीगढ़ की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार सीएम का हेलिकॉप्टर एयरपोर्ट पर उतारा जाना था. प्रशासन ने हेलिकॉप्टर को दूसरी जगह उतरवाया. किसानों का ध्यान भटकाने के लिए जिंदल इंडस्ट्रीज के मुख्य गेट पर पुलिस बल तैनात किया गया. इसके अलावा सातरोड़ गांव के बाहर औद्योगिक सेक्टर स्थित ऑक्सीजन प्लांट के बाहर भी पुलिस बल लगाया गया था.
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बता दें कि प्रशासन की ओर से किसानों का ध्यान भटकाने की कोशिश की गई. इसके बावजूद किसान प्रर्दशन करने के लिए पहुंच गए.हांसी के एसडीएम डॉ. जितेंद्र सिंह अहलावत किसानों को समझाने के लिए मय्यड़ टोल प्लाजा पर पहुंचे. उन्होंने कोरोना महामारी में भीड़ एकत्रित ना करने की अपील की.
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किसान नेता विकास सीसर, कुलदीप खरड़ सहित अन्य ने कहा कि किसान कई महीनों से सड़कों पर हैं. इतनी चिंता है तो कृषि कानून वापस क्यों नहीं करा देते. वहीं डीएसपी रोहताश सिंह ने किसानों को रोका. इस दौरान पुलिस और किसानों में के बीच बहस भी हुई.बता दें कि प्रदर्शन में कई महिलाएं भी शामिल थीं. सीएम के लौटने के बाद किसान भी वापस मय्यड़ टोल प्लाजा लौट गए.