हिसार: हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी नेताओं को किसानों का जबरदस्त विरोध झेलना पड़ रहा है. नेताओं को विरोध के चलते अपने दौरे भी गुप्त रखना पड़ रहा है. सोमवार को डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा (Deputy Speaker Ranbir Gangwa) को गांव गंगवा में बिजली वितरण निगम के उपमंडल कार्यालय उद्घाटन कार्यक्रम था, लेकिन डिप्टी स्पीकर को किसानों के विरोध(Farmers Protest) के डर से जल्दीबाजी में उद्घाटन कर वापस लौटना पड़ा.
किसानों को जब डिप्टी स्पीकर के दौरे के बारे में पता चला, तो किसानों की टोली बिजली वितरण निगम पहुंच गई. हालांकि किसानों के आने से पहले रणबीर गंगवा वहां से निकल चुके थे, लेकिन किसानों ने वहां पहुंचकर गंगाजल से कार्यालय का शुद्धिकरण किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
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इस मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह नम्बरदार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि उपरोक्त मांगों को लेकर 55 दिन से किसान धरने पर बैठे हैं. गेहूं की फसल की तुलाई को लगभग 3 महीने के पश्चात भी जिला भर में हजारों किसानों का बकाया पड़ा है. अगली फसल खर्च के लिये खाद, बीज, दवाई के लिये मारा-मारा फिर रहा है.
वहीं जिला सचिव सतबीर धायल ने जानकारी दी कि 26 जून को लोकतंत्र बचाने के लिये कालू कानून रद्द करवाने के लिये राज्यपाल को ज्ञापन देने के लिये हजारों किसान चंडीगढ़ पहुंचेंगे. इस दौरान जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह नम्बरदार व सोमबीर पिलानिया के नेतृत्व में सतबीर धायल, सूबेसिंह बूरा, वजीर सिंह, अनु सूरा, सतबीर पूनिया आदि उपस्थित रहे.
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