हिसार: मई में मुख्यमंत्री मनोहर लाल (manohar lal) के कार्यक्रम के दौरान हुई हिंसा में 350 किसानों पर दर्ज हुए मामले अभी तक वापस नहीं लिए गए हैं. जिसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की एक कमेटी हिसार कमिश्नर से मिलने पहुंची. संयुक्त मोर्चा के बड़े नेताओं ने हिसार कमिश्नर चन्द्र शेखर के साथ तीन घंटे तक बैठक की लेकिन ये बेनतीजा रही. बैठक के बाद किसान नेताओं ने कहा कि अब प्रशासन का रुख बदल गया है. पहले जो समझौता हुआ था उस पर प्रशासन के अधिकारी कायम नहीं है.
संयुक्त मोर्चा के नेता युद्धबीर सिंह ने बताया कि प्रशासन के साथ किसानों पर दर्ज किए गए केस वापस लेने का समझौता हुआ था. अब डेढ़ महीने से भी ज्यादा वक्त हो चुका है लेकिन प्रशासन इस मामले को जान बूझकर लटका रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार चाहती ही नहीं है कि किसानों पर दर्ज मुकदमें वापस लिए जाए. इसलिए अब हम पर दबाव बनाया जा रहा है. हालांकि स्थानीय प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि मामला प्रोसेस में है और जल्द ही हल निकाल लिया जाएगा. किसान नेता ने कहा कि अगर 24 जुलाई तक किसानों पर दर्ज मुकदमें वापस नहीं लिए जाते है तो सयुंक्त मोर्चा एक नई रणनीति बनाएगा.
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वहीं कसान नेता जोगिंदर सिंह उग्रहां ने कहा कि हम जानते हैं कि सरकार वादे करके हर बार मुकर जाती है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब सरकार ने वादाखिलाफी की हो. उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार का विश्वास नहीं किया जा सकता और इसलिए हम लोग आंदोलन करने पर मजबूर हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि अगर 15 दिनोंं के अंदर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम हिसार में भी नया मोर्चा खोल देंगे.