हिसार: पूरे प्रदेश में किसानों का धरना तो खत्म हो गया, लेकिन हिसार लघु सचिवालय के बाहर किसानों का बेमियादी धरना 262 दिन से लगातार चल (Farmers protest in Hisar) रहा है. किसानों ने धरना प्रदर्शन करते हुए फसल बीमा योजना के नाम पर किसानों को लूटने का आरोप लगाया है. किसानों का कहना है कि 2020 व 2021 में किसानों को फसल खराब होने के बावजूद और बीमा राशि भरने के बावजूद भी हमें मुआवजा नहीं दिया गया. जिसे लेकर किसान मुआवजे की राशि की मांग करते हुए लघु सचिवालय (mini secretariat in Hisar) के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे है.
किसान नेता शमशेर सिंह नंबरदार ने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों की जायज मांगों के प्रति गंभीर नहीं है. किसानों को खरीफ 2020 से खराबे का मुआवजा 272 करोड़ अभी तक नहीं मिला है. इतना ही नहीं 2021 में भारी बारिश के कारण हुए जलभराव और पीली सुंडी के कारण में किसानों की 80 फीसदी खरीफ की फसल खराब हो गई थी. साथ ही किसान नेता ने बताया कि बारिश के जलभराव के कारण अभी तक हजारों एकड़ में रबी की फसल की बिजाई भी नहीं हो पाई. इस मामले में मुआवजा मिलना तो दूर शासन और प्रशासन ने आज तक खराब है कि गिरदावरी तक किसानों को नहीं दिखाई है.
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किसान नेताओं ने अधिकारियों का बीमा कंपनियों के साथ मिले होने के आरोप लगाए हैं. किसानों ने कहा कि हर साल हमारे खातों से बीमा प्रीमियम के नाम पर करोड़ों रुपए काट लिए जाते हैं और उसके बाद मुआवजा के नाम पर किसानों को चक्कर कटवाए जाते है. साल 2020 में खरीफ की फसल खराब होने पर खुद जिला उपायुक्त व उनकी टीम ने गिरदावरी कर 50 से 70 फीसदी खराबा दिखाया. उसके बावजूद भी बीमा कंपनी ने किसानों को मुआवजा नहीं दिया है.
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