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हिसार में पहली बिजली पंचायत, बिजली मंत्री ने कहा- नहीं लगेंगे प्रीपेड मीटर

हिसार में प्रदेश की पहली बिजली पंचायत कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस पंचायत में बिजली मंत्री ने लोगों से ये जानने की कोशिश की कि वो बिजली का बिल क्यों नहीं भर पा रहे हैं? इसके साथ ही उन्होंने बताया कि किन-किन जिलों में लोगों पर ज्यादा बिजली के बकाया ज्यादा हैं.

Electric panchayat in hisar
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Published : Jan 5, 2020, 6:06 PM IST

हिसार: प्रदेश के ऊर्जा एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह ने बिजली पंचायत कार्यक्रम के तहत बिजली बिल ना भरने वाले हिसार और फतेहाबाद जिले के गांव के पंचायती लोगों के साथ हिसार के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पंचायत का आयोजन किया. बिजली पंचायत कार्यक्रम के तहत ये प्रदेश की पहली बिजली पंचायत है, जिसका आयोजन हिसार में किया गया है. इस पंचायत में लोगों के बिजली बिल ना भरे जाने के कारणों पर भी चर्चा की गई. वहीं प्रदेश के सरकारी विभागों की बात की जाए तो लगभग 360 करोड रुपये का बिजली बिल अभी बकाया है जो पहले लगभग 1500 करोड़ रुपये पहुंच गया था.

नहीं लगेंगे प्रीपेड मीटर

बिजली पंचायत का उद्देश्य लोगों को बिल भरने के प्रति जागरूक करना है. प्रदेश के अधिक डिफाल्टर जिलों में पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री का गृह जिला रोहतक, सोनीपत, भिवानी और जींद का क्षेत्र है. वहीं सिरसा, फतेहाबाद और हिसार क्षेत्र में डिफॉल्टर कम हैं. हिसार के हांसी, नारनौंद सबडिवीजन और फतेहाबाद के कंडी, समैण आदि गांव डिफाल्टर हैं. हरियाणा में प्रीपेड मीटर लगाए जाने की योजना को लेकर बिजली मंत्री ने कहा कि कुछ बड़े शहरों में बहुमंजिला इमारतों में किराएदार रहते हैं, जिसकी वजह से प्रीपेड मीटरों को कोर्ट में चैलेंज किया जाता है. इसलिए इसमें नहीं उलझा जाएगा और इसे स्थगित किया गया है.

हिसार में पहली बिजली पंचायत, बिजली मंत्री ने कहा- नहीं लगेंगे प्रीपेड मीटर

रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार और उपभोक्ताओं के बीच अच्छे संबंध बनाना है. 2014 में लाइन लॉस 32 प्रायिशत था, जो अब घटकर 14 प्रतिशत रह गया है. केंद्र के अनुसार लाइन लॉस यदि 18 प्रतिशत से कम होता है तो ये अच्छा होता है.

कहां-कहां हैं ज्यादा डिफॉल्टर

वहीं चैक से बिल भरे जाने पर रोक को लेकर रणजीत सिंह ने कहा कि मोड ऑफ पेमेंट कुछ भी हो सकता है. इसमें कोई दिक्कत नहीं है, प्रत्येक राज्य के अलग-अलग नियम हैं. प्रदेश में अधिक डिफाल्टर क्षेत्र की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि रोहतक, सोनीपत, भिवानी और जींद का क्षेत्र अधिक डिफाल्टर हैं. जबकि सिरसा, फतेहाबाद और हिसार क्षेत्र में डिफॉल्टर कम हैं. हिसार के हांसी, नारनौंद सबडिवीजन और फतेहाबाद के कंडी, समैण आदि गांव डिफाल्टर हैं.

ये भी पढे़ं:- कैथल: सर्राफा एसोसिएशन चेयरमैन की दुकान में चोरी, 10 लाख का सोना चांदी ले गए चोर

सरकारी विभागों के बकाया बिल की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में 360 करोड रुपये की राशि बकाया है. हरियाणा में प्रीपेड मीटर लगाए जाने की योजना को लेकर बिजली मंत्री ने कहा कि कुछ बड़े शहरों में बहुमंजिला इमारतों में किराएदार रहते हैं. जिसकी वजह से प्रीपेड मीटरों को कोर्ट में चैलेंज किया जाता है. इसलिए इसमें नहीं उलझा जाएगा और इसे स्थगित किया गया है.

हिसार: प्रदेश के ऊर्जा एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह ने बिजली पंचायत कार्यक्रम के तहत बिजली बिल ना भरने वाले हिसार और फतेहाबाद जिले के गांव के पंचायती लोगों के साथ हिसार के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पंचायत का आयोजन किया. बिजली पंचायत कार्यक्रम के तहत ये प्रदेश की पहली बिजली पंचायत है, जिसका आयोजन हिसार में किया गया है. इस पंचायत में लोगों के बिजली बिल ना भरे जाने के कारणों पर भी चर्चा की गई. वहीं प्रदेश के सरकारी विभागों की बात की जाए तो लगभग 360 करोड रुपये का बिजली बिल अभी बकाया है जो पहले लगभग 1500 करोड़ रुपये पहुंच गया था.

नहीं लगेंगे प्रीपेड मीटर

बिजली पंचायत का उद्देश्य लोगों को बिल भरने के प्रति जागरूक करना है. प्रदेश के अधिक डिफाल्टर जिलों में पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री का गृह जिला रोहतक, सोनीपत, भिवानी और जींद का क्षेत्र है. वहीं सिरसा, फतेहाबाद और हिसार क्षेत्र में डिफॉल्टर कम हैं. हिसार के हांसी, नारनौंद सबडिवीजन और फतेहाबाद के कंडी, समैण आदि गांव डिफाल्टर हैं. हरियाणा में प्रीपेड मीटर लगाए जाने की योजना को लेकर बिजली मंत्री ने कहा कि कुछ बड़े शहरों में बहुमंजिला इमारतों में किराएदार रहते हैं, जिसकी वजह से प्रीपेड मीटरों को कोर्ट में चैलेंज किया जाता है. इसलिए इसमें नहीं उलझा जाएगा और इसे स्थगित किया गया है.

हिसार में पहली बिजली पंचायत, बिजली मंत्री ने कहा- नहीं लगेंगे प्रीपेड मीटर

रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार और उपभोक्ताओं के बीच अच्छे संबंध बनाना है. 2014 में लाइन लॉस 32 प्रायिशत था, जो अब घटकर 14 प्रतिशत रह गया है. केंद्र के अनुसार लाइन लॉस यदि 18 प्रतिशत से कम होता है तो ये अच्छा होता है.

कहां-कहां हैं ज्यादा डिफॉल्टर

वहीं चैक से बिल भरे जाने पर रोक को लेकर रणजीत सिंह ने कहा कि मोड ऑफ पेमेंट कुछ भी हो सकता है. इसमें कोई दिक्कत नहीं है, प्रत्येक राज्य के अलग-अलग नियम हैं. प्रदेश में अधिक डिफाल्टर क्षेत्र की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि रोहतक, सोनीपत, भिवानी और जींद का क्षेत्र अधिक डिफाल्टर हैं. जबकि सिरसा, फतेहाबाद और हिसार क्षेत्र में डिफॉल्टर कम हैं. हिसार के हांसी, नारनौंद सबडिवीजन और फतेहाबाद के कंडी, समैण आदि गांव डिफाल्टर हैं.

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सरकारी विभागों के बकाया बिल की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में 360 करोड रुपये की राशि बकाया है. हरियाणा में प्रीपेड मीटर लगाए जाने की योजना को लेकर बिजली मंत्री ने कहा कि कुछ बड़े शहरों में बहुमंजिला इमारतों में किराएदार रहते हैं. जिसकी वजह से प्रीपेड मीटरों को कोर्ट में चैलेंज किया जाता है. इसलिए इसमें नहीं उलझा जाएगा और इसे स्थगित किया गया है.

Intro:एंकर - प्रदेश के ऊर्जा एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह ने बिजली पंचायत कार्यक्रम के तहत बिजली बिल ना भरने वाले हिसार और फतेहाबाद जिले के गांव के पंचायती लोगों के साथ हिसार के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पंचायत का आयोजन किया। बिजली पंचायत कार्यक्रम के तहत यह प्रदेश की पहली बिजली पंचायत है, जिसका आयोजन हिसार में किया गया है। इस पंचायत में लोगों के बिजली बिल ना भरे जाने के कारणों पर भी चर्चा की गई। वहीं प्रदेश के सरकारी विभागों की बात की जाए तो लगभग 360 करोड रुपए का बिजली बिल अभी बकाया है जो पहले लगभग 1500 करोड़ पहुंच गया था। बिजली पंचायत का उद्देश्य लोगों को बिल भरने के प्रति जागरूक करना है। प्रदेश के अधिक डिफाल्टर जिलों में पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री का गृह जिला रोहतक, सोनीपत, भिवानी और जींद का क्षेत्र है। वहीं सिरसा, फतेहाबाद और हिसार क्षेत्र में डिफॉल्टर कम है। हिसार के हांसी, नारनौंद सबडिवीजन व फतेहाबाद के कन्ड़ी, समैण आदि गांव डिफाल्टर हैं। हरियाणा में प्रीपेड मीटर लगाए जाने की योजना को लेकर बिजली मंत्री ने कहा कि कुछ बड़े शहरों में बहुमंजिला इमारतों में किराएदार रहते हैं जिसकी वजह से प्रीपेड मीटरों को कोर्ट में चैलेंज किया जाता है। इसलिए इसमें नहीं उलझा जाएगा और इसे स्थगित किया गया है।

वीओ - रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार और उपभोक्ताओं के बीच अच्छे संबंध बनाना है। उन्होंने कहा कि 2014 में लाइन लॉस 32 प्रायिशत था जो अब घटकर 14 प्रतिशत रह गया है। केंद्र के अनुसार लाइन लॉस यदि 18 प्रतिशत से कम होता है तो यह अच्छा होता है। वही चैक से बिल भरे जाने पर रोक को लेकर रणजीत सिंह ने कहा कि मोड ऑफ पेमेंट कुछ भी हो सकता है। इसमें कोई दिक्कत नहीं है प्रत्येक राज्य के अलग-अलग नियम हैं। प्रदेश में अधिक डिफाल्टर क्षेत्र की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि रोहतक, सोनीपत, भिवानी और जींद का क्षेत्र अधिक डिफाल्टर है। वहीं उन्होंने कहा कि सिरसा, फतेहाबाद और हिसार क्षेत्र में डिफॉल्टर कम हैं। हिसार के हांसी, नारनौंद सबडिवीजन व फतेहाबाद के कन्ड़ी, समैण आदि गांव डिफाल्टर है।

सरकारी विभागों के बकाया बिल की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में 360 करोड रुपए की राशि बकाया है। हरियाणा में प्रीपेड मीटर लगाए जाने की योजना को लेकर बिजली मंत्री ने कहा कि कुछ बड़े शहरों में बहुमंजिला इमारतों में किराएदार रहते हैं। जिसकी वजह से प्रीपेड मीटरों को कोर्ट में चैलेंज किया जाता है। इसलिए इसमें नहीं ऊर्जा जाएगा और इसे स्थगित किया गया है।




Body:वही महम के विधायक बलराज कुंडू के आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बहुत ईमानदार हैं जो नियमों के आधार पर प्रत्येक कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि यदि बिजली मंत्री पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं तो वह अपने विवेक से कार्य करेंगे। इस मामले में उनका या किसी अन्य मंत्री का कोई जवाब नहीं बनता। बीजेपी सरकार के कार्यकाल से पहले ही सरकार गिरने के कांग्रेस के बयानों पर बोलते हुए रणजीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस में एक आदत बनी हुई है। भजनलाल कहते थे कि सब ठीक हो जाएगा हुंडा हट जाएगा और वह बन जाएंगे। हुड्डा उनसे यह सीखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कहीं नहीं जा रही, पूरे 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी।

बाइट - रणजीत सिंह, उर्जा एवं जेल मंत्री हरियाणा सरकार।


Conclusion:
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