हिसार: भीम आर्मी ट्रस्ट के चेयरमैन संजय चौहान ने कहा है कि महिला थाने महज नाम के लिए ही खुले हुए हैं. महिला थानों में पीड़ित महिलाओं को न्याय नहीं मिल पा रहा है. प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं की विशेष सहायता के लिए खोले गए इन थानों को बंद कर देना चाहिए.
बता दें कि उन्होंने ये बात तब कही जब वाल्मीकि जाति की एक सरकारी शिक्षिका की शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं हुई. शिक्षिका ने बताया कि न तो थाने में मुकदमा दर्ज किया गया ना ही कोई कार्रवाई की गई. महिला ने अपनी शिकायत एसपी हिसार को दी थी, जिसे उन्होंने जांच के लिए महिला थाना को भेजा था.
पीड़ित महिला ने विद्यालय में पीजीटी अंग्रेजी अध्यापक पर उसे जातिगत प्रताड़ित करने के अलावा अश्लील इशारे करने का आरोप लगाया था और इसकी शिकायत एसपी हिसार को दी थी, लेकिन अभी तक महिला थाना ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं की. कार्रवाई न होने पर चौहान ने कहा कि इससे साबित होता है कि महिला थाना की पुलिस ने आरोपियों से सांठगांठ की हुई है.
जबकि एससी-एसटी एक्ट के तहत दी गई शिकायत में कानून के अनुसार तुरंत मुकदमा दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार करना होता है. महिला थाना द्वारा आरोपी को गिरफ्तार करना तो दूर पीड़ित शिक्षिका की एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई.
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उन्होंने कहा कि इससे साबित होता है कि हिसार पुलिस प्रशासन संविधान और कानून का उल्लंघन कर रहा है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो जय भीम आर्मी पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करेगी.