ETV Bharat / state

हिसार में भारतीय किसान सभा ने उपायुक्त कार्यालय पर किया प्रदर्शन

हिसार में अखिल भारतीय किसान सभा ने गुरुवार को उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया. जिसमें बड़ी संख्या में जिले के किसान सम्मिलित हुए. किसानों की मांग है कि सफेद मक्खी और उखाड़े से बर्बाद हुई फसलों का सरकार मुआवजा दे.

bharatiya kisan sabha protest at dc office hisar
हिसार में भारतीय किसान सभा ने उपायुक्त कार्यालय पर किया प्रदर्शन
author img

By

Published : Sep 3, 2020, 4:37 PM IST

हिसार: अखिल भारतीय किसान सभा की जिला कमेटी ने शमशेर सिंह की अध्यक्षता में उपायुक्त कार्यालय पर धरना देकर प्रशासन और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने सरकार से खराब हुई फसलों का मुआवजा देने की मांग की.

दरअसल हिसार जिले में सफेद मक्खी और उखाड़े से कपास की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है. वहीं पीले रतबा रोग से मूंग, सुंडी रोग से बाजरा और जलभराव व चेपा से धान व गवार की फसलें खराब हो चुकी हैं. इसलिए किसानों ने गुरुवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर मुआवजे की मांग की.

हिसार में भारतीय किसान सभा ने उपायुक्त कार्यालय पर किया प्रदर्शन

इस संबंध में भारतीय किसान महासभा के जिला वरिष्ठ उपप्रधान सूबे सिंह बूरा ने कहा कि जलभराव से जिले के 50 गांवों की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है. कृषि व कीट वैज्ञानिकों को लेकर जिले के प्रत्येक गांव की फसलों का किसान सभा ने निरीक्षण करवाकर नुकसान का आंकलन कराया है. निरीक्षण के बाद वैज्ञानिकों ने जो रिपोर्ट पेश की है. उसमें जिले की फसलों व सब्जियों का नुकसान 70 से 100 प्रतिशत तक हुआ है. उसमें भी कपास व मूंग की फसल का शत-प्रतिशत नुकसान हुआ है.

इसलिये किसान सभा सरकार से मांग करती है कि प्रत्येक किसान को 50 हजार प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए. ताकि प्रदेश की खेती किसानी बच सके. उन्होंने कहा कि अगर 6 सितम्बर तक सरकार ने विशेष गिरदावरी के आदेश व नुकसान का आंकलन शुरु नहीं किया. तो किसान सभा 7 सितम्बर से जिला सचिवालय पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएगी.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में कृषि आधारित उद्योग होंगे स्थापित- दुष्यंत चौटाला

हिसार: अखिल भारतीय किसान सभा की जिला कमेटी ने शमशेर सिंह की अध्यक्षता में उपायुक्त कार्यालय पर धरना देकर प्रशासन और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने सरकार से खराब हुई फसलों का मुआवजा देने की मांग की.

दरअसल हिसार जिले में सफेद मक्खी और उखाड़े से कपास की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है. वहीं पीले रतबा रोग से मूंग, सुंडी रोग से बाजरा और जलभराव व चेपा से धान व गवार की फसलें खराब हो चुकी हैं. इसलिए किसानों ने गुरुवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर मुआवजे की मांग की.

हिसार में भारतीय किसान सभा ने उपायुक्त कार्यालय पर किया प्रदर्शन

इस संबंध में भारतीय किसान महासभा के जिला वरिष्ठ उपप्रधान सूबे सिंह बूरा ने कहा कि जलभराव से जिले के 50 गांवों की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है. कृषि व कीट वैज्ञानिकों को लेकर जिले के प्रत्येक गांव की फसलों का किसान सभा ने निरीक्षण करवाकर नुकसान का आंकलन कराया है. निरीक्षण के बाद वैज्ञानिकों ने जो रिपोर्ट पेश की है. उसमें जिले की फसलों व सब्जियों का नुकसान 70 से 100 प्रतिशत तक हुआ है. उसमें भी कपास व मूंग की फसल का शत-प्रतिशत नुकसान हुआ है.

इसलिये किसान सभा सरकार से मांग करती है कि प्रत्येक किसान को 50 हजार प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए. ताकि प्रदेश की खेती किसानी बच सके. उन्होंने कहा कि अगर 6 सितम्बर तक सरकार ने विशेष गिरदावरी के आदेश व नुकसान का आंकलन शुरु नहीं किया. तो किसान सभा 7 सितम्बर से जिला सचिवालय पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएगी.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में कृषि आधारित उद्योग होंगे स्थापित- दुष्यंत चौटाला

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.