हिसार: एशियाई खेलों के ट्रायल में बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट को छूट का विरोध तेज हो गया है. गुरुवार को पहलवान सुजीत कलकल के पिता और वर्ल्ड चैंपियन अंतिम पंघाल के अधिवक्ता अक्षय कुमार की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. इस पर कोर्ट ने खेल मंत्रालय, कुश्ती की एडहॉक कमेटी समेत विनेश और बजरंग पुनिया को नोटिस भेजा है. इस मामले में आज सुनवाई होनी है. इस बीच हिसार में रेसलर अंतिम पंघाल के परिजनों ने इस फैसले के विरोध में धरना दिया है. वहीं, अंतिम पंघाल ने चीटिंग का भी आरोप लगाया है. पहलवान सुजीत के साथ पहलवान विशाल कालीरमन और पंजाब में जसकरण के परिजनों ने कुश्ती की एडहॉक कमेटी के फैसले का विरोध किया है.
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अंतिम पंघाल ने लगाए चीटिंग के आरोप: रेसलर अंतिम पंघाल ने कहा है कि, राष्ट्रमंडल खेलों में उनका और विनेश का ट्रायल हुआ था. अंतिम ने आरोप लगाया है कि, 'उस दौरान भी मेरे साथ चीटिंग हुई थी. तब मुझे शांत रहने को कहा गया था. मैंने हाल में कई अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाएं जीती हैं. मैं विनेश से पूछती हूं कि वह कितने साल और खेलेंगी तब तक हम पहलवानी नहीं करेंगे.'
एडहॉक कमेटी ने तैयार किया नया मसौदा: तदर्थ समिति ने बुधवार को बैठक में तय किया कि 22-23 जुलाई के ट्रायल के विजेताओं के साथ विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया का नाम एशियाई खेलों की प्रतिभागिता सूची में भेजा जाएगा. इसके बाद 10 से 15 अगस्त तक विश्व चैंपियनशिप के लिए ट्रायल होंगे. इसमें दोनों हारे तो एशियाई खेलों से नाम वापस ले लेंगे. हालांकि, अभी यह फैसला रोक लिया है.
कौन हैं अंतिम पंघाल?: बता दें कि, साल 2022 में अंतिम पंघाल ने वर्ल्ड अंडर 20 रेसलिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए स्वर्ण पदक हासिल कर देश का नाम रोशन किया था. इस जीत के साथ ही अंतिम पंघाल स्वर्ण पदक जीतने वाली देश की पहली महिला पहलवान बनकर उभरीं थीं.
क्यों रखा गया अंतिम नाम?: अंतिम पंघाल हिसार के भगाना गांव की रहने वाली हैं. दरअसल उनके पिता रामनिवास पंघाल और मां कृष्णा कुमारी की चार बेटियां हैं. चौथी बेटी अंतिम है. जब अंतिम का जन्म हुआ तब परिवार में सभी को एक बेटे की चाहत थी, लेकिन बेटा न होकर बेटी होने पर चौथी बेटी का नाम अंतिम रख दिया गया, ताकि परिवार में और बेटी ना हो. गांव में इसी तरह की मान्यता है. मान्यता है कि बेटी ना हो इसीलिए गांव में काफी और अंतिम जैसे नाम रख दिए जाते हैं.