सोहना: पलायन करने वाले मजदूरों का पेट भरने के लिए ग्रामीणों ने मोर्चा संभाल लिया है. दोहला गांव के ग्रामीणों ने रास्ते से गुजरने वाले मजदूरों के लिए भंडारे का आयोजन कर रहे हैं. जिसमें वे मजदूरों को खिचड़ी, सब्जी पूरी और बिस्किट बांट रहे हैं. वहीं व्रत कर रही महिलाओं के लिए फलों का भी बंदोबस्त किया गया है.
भले ही प्रदेश सरकार ने हजारों एनजीओ को विभिन्न प्रकार के सामाजिक कार्य करने के लिए रजिस्टर्ड किया है. लेकिन लॉकडाउन के दौरान एक भी एनजीओ पलायन कर रहे मजदूरों की मदद करने के लिए आगे नहीं आया है. पलायन कर रहे मजदूर तीन तीन दिन से भूखे पैदल चल कर अपने घर जा रहे हैं.
ऐसी स्थिति में ग्रामीण अंचल के लोगों ने गरीबों के पेट भरने के लिए मोर्चा संभाला है. ग्रामीणों ने रास्तों से गुजरने वाले मजदूरों के लिए भोजन उपलब्ध करा रहे हैं. यहां से गुजरने वाले लोगों को खिचड़ी, सब्जी पूड़ी वहीं व्रत रखने वाले लोगों के लिए फल वितरित कर रहे हैं.
इस संबंध में ग्रामीण ओमबीर सिंह ने कहा कि वे लोग उनके यहां से गुजरने वाले मजदूरों के लिए फल, भोजन और चाय उपल्ब्ध करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये मजदूर पैदल ही अपने गांव जा रहे हैं. इनके मकान मालिक ने इनसे मकान किराया ले लिया है. वहीं इनके पास अब ना तो पैसे बचे हैं और ना ही खाना. इसलिए ग्रामीणों ने इनकी सहायता के लिए मिलकर भंडारे का आयोजन किया है.
वहीं ग्राम पंचायत सदस्य सतीश कुमार ने बताया कि यहां से गुजरने वाले सभी मजदूरों को भोजन का व्यवस्था किया गया है. मजदूरों की मदद ग्रामीण चंदा लगाकर अपने पैसे से कर रहे हैं.
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