गुरुग्राम: हरियाणा के नूंह में हिंसा पर गुरुग्राम से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बयान जारी किया है. राव इंद्रजीत ने कहा है कि अगर अफसरशाही मौके पर मौजूद होती तो शायद इतनी बड़ी घटना न होती. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दोनों समुदाय के बीच तनाव कैसे पैदा हुआ. इसकी भी जांच होनी चाहिए. इतनी बड़ी घटना शहर के अंदर हो गई. जिससे न केवल मेवात और गुरुग्राम बल्कि पूरे देश को नुकसान हुआ है. क्योंकि गुरुग्राम और नूंह एनसीआर का हिस्सा है और अगर यहां पर इस तरह का विवाद होता है, तो विदेश में भी भारत की छवि खराब होती है.
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केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि नूंह में दोनों समुदाय के बीच ऐसा वातावरण क्यों बना कि हथियार बीच में आए. इसकी जांच होनी चाहिए. जी हां यह कहना है गुरुग्राम से सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का. उन्होंने नूंह हिंसा पर बयान देते हुए कहा की नूंह में दोनों समुदाय के बीच 75 साल से भाईचारा बना हुआ था. लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ कि वहां माहौल खराब हो गया और इतनी बड़ी हिंसा हो गई. इसके साथ ही केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने डीसी और एसपी पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि अगर शोभा यात्रा की इजाजत दी गई थी. तो अफसरशाही को मौके पर मौजूद रहना था और अगर वह मौके पर मौजूद रहते तो शायद इतनी बड़ी हिंसा न होती.
दरअसल, राव इंद्रजीत सिंह और हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय रविवार को गुरुग्राम के पटौदी रोड रेलवे स्टेशन पहुंचे. जहां रेलवे स्टेशन पर पुनर्विकास के तहत किए जाने वाले विकास कार्यों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास किया. जहां पर मीडिया के द्वारा पूछे गए सवाल पर राव इंद्रजीत सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि नूंह हिंसा का दोषी कौन है, यह तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा.
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