गुरुग्राम: मकर संक्रांति के दिन हरियाणा में निकलने वाली बेरोजगारों की बारात का न्योता देने (naveen jaihind in gurugram) डॉक्टर नवीन जय हिंद गुरुग्राम पहुंचे. आम आदमी पार्टी के पूर्व सदस्य नवीन जयहिंद (naveen jaihind on unemployment in haryana) की माने तो बेरोजगारी में हरियाणा नम्बर वन पर है. युवा बेरोजगार घूम रहा है और सरकारी कार्यालयों में पद रिक्त पड़े हैं. लेकिन सरकार इन पदों पर भर्ती नहीं कर रही है. इसी को लेकर मकर संक्रांति के दिन हरियाणा में बेरोजगारों की बारात का आयोजन किया गया है.
जिसमें प्रदेश सरकार से मांग की जाएगी कि वह 20 लाख बेरोजगारों को नौकरी दे. हरियाणा में नौकरी का पहला अधिकार हरयाणवी का है. उन्होंने कहा कि खेल कोटे को बहाल किया जाए. इसके साथ ही उन्होंने बुजुर्ग, विधवाओं और विकलांगों की पेंशन बहाल करने की मांग की है. नवीन जयहिंद ने बताया कि इस बारात के जरिए वे प्रदेश सरकार से पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग करेंगे.
इसके साथ ही अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने और हरियाणा पुलिस व जेल कर्मचारियों को पंजाब पुलिस के समान वेतन देने की मांग की जाएगी. उन्होंने कहा कि हरियाणा में कैदियों को जल्द न्याय देने पर अमल किया जाना चाहिए. जयहिन्द ने कहा कि 8 साल पहले भाजपा नेता ओम प्रकाश धनखड़ कहते थे कि हरियाणा में भाजपा सरकार आते ही सभी बेरोजगारों के लिए बिहार से बहू लेकर आएंगे और रोजगार देंगे. मगर वे अपने दूसरे वादों की तरह यह वादा भी नहीं निभा पाए हैं.
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जयहिन्द ने आरोप लगाया कि न तो सरकार जनता की सेवा कर रही है और न ही विपक्ष जनता की आवाज उठा रहा है. हरियाणा का विपक्ष गूंगा व बहरा बना हुआ है, प्रदेश में इतनी समस्याएं होने के बावजूद विपक्ष का कोई नेता इन्हें नहीं उठा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष को फाइलों व जेल का डर दिखाकर चुप रखना चाहती है, लेकिन वे चुप बैठने वाले नहीं हैं. इसके साथ ही जयहिंद ने कहा कि खेल मंत्री की कबूतरबाजी की भी जांच होनी चाहिए, जो एक करोड़ रुपए व विदेश में नौकरी देने जैसी बात कह रहे हैं.
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नवीन ने हरियाणा में कौशल रोजगार निगम को शोषण निगम बताते हुए कहा कि इसके जरिए सरकार जब मन करता है, नौकरी पर रख लेती है और जब मन करता है नौकरी से हटा देते हैं. हरियाणा की भाजपा सरकार गुजरात मॉडल की तर्ज पर हरियाणा में कौशल रोजगार निगम लागू करके सारी नौकरियां प्राइवेट ठेके पर देना चाहती है. यहां तक कि सरकारी दफ्तरों में भी अब प्राइवेट ठेकों पर भर्तियां की जाने लगी है. यह हरियाणा के युवाओं के साथ सरासर नाइंसाफी है.