गुरुग्राम: हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज (anil vij) बुधवार को गुरुग्राम के दौरे पर रहे. इस दौरान गृहमंत्री ने गुरुग्राम को पुलिस अधिकारियों और नगर निगम अधिकारियों के साथ बैठक की. अनिल विज गुरुग्राम दौरे के दौरान एक बार फिर एक्शन मोड़ में दिखाई दिए. इस बार फिर उनके द्वारा नगर निगम के एक अधिकारी पर (minister anil vij suspended SE) कार्रवाई की गई. इस बार नगर निगम के एसई रमेश शर्मा को अनिल विज ने सस्पेंड कर दिया है. दरअसल मेयर की बात न मानने और मेयर से बदतमीजी करने पर इस बार एसई रमेश शर्मा को अनिल विज ने सस्पेंड किया है.
गृहमंत्री अनिल विज बुधवार को सबसे पहले पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में गृहमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक डीसीपी स्तर पर एमिनेंट यानी (प्रमुख) व्यक्तियों की एक कमेटी बनाई जाए जिनके साथ महीने या दो महीने में विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा होनी चाहिए. इससे जहां एक ओर आम जनता और पुलिस के बीच बेहतर तालमेल स्थापित होगा वहीं उससे फीडबैक भी मिलेगा और पुलिस की जनता में छवि भी सुधरेगी.
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उन्होंने पुलिस उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे सप्ताह में कम से कम एक पुलिस थाने को अवश्य चैक करें और वहां पर रजिस्टर में एंट्री भी करें. इसके अलावा, उन्होंने पुलिस अधिकारियों को हर रोज अपने कार्यालय में प्रात: 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक जनता दरबार लगाने के आदेश देते हुए कहा कि दरबार में मिलने वाली शिकायतों का रजिस्टर या कम्प्यूटर में दर्ज करें. सबकुछ रिकॉर्ड पर होना चाहिए और जिस शिकायत पर केस दर्ज हो सकता है, उस पर तत्काल मामला दर्ज करें और जो रिजेक्ट होती हैं उसके बारे में भी शिकायतकर्ता को सूचित करें.
इसके बाद उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में मेयर की बात न मानने और मेयर से बदतमीजी करने पर उन्होंने एसई रमेश शर्मा को सस्पेंड कर दिया. दरअसल वार्ड नम्बर-22 में गलियों में ओवर फ्लो व घरों में सीवर के पानी घुसने की शिकायत मेयर मधु आजाद को मिल रही थी और उस काम का सर्वे करने के लिए मेयर ने एसई रमेश शर्मा की ड्यूटी लगाई थी और उसकी रिपोर्ट भी मांगी थी, लेकिन मेयर को इस मामले में रिपोर्ट करने की बजाय उन्हें ये बात रास नही आई.
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उन्होंने काम करने की बजाय मेयर मधु आजाद को यह कह दिया कि उन्होंने यह काम करना जरूरी नहीं समझा. फिर क्या था इस बात पर मेयर समेत अन्य पार्षद मंत्री अनिल विज से मिले और इस मामले में मेयर की बात न मानना एसई रमेश शर्मा को महंगा पड़ गया और मंत्री अनिल विज ने उन्हें सस्पेंड कर दिया.
गुरुग्राम नगर निगम में अधिकारियों की मनमानी का ये कोई पहला किस्सा नहीं है. इससे पहले भी मनमानी के कई मामले अधिकारियों के उजागर होते रहे हैं, लेकिन इस बार अधिकारियों की मनमानी का मामला जैसे ही मंत्री अनिल विज के दरबार में पहुंचा तो मंत्री साहब ने तुरंत एसई रमेश शर्मा को सस्पेंड करने का आदेश दे दिया. साथ ही मंत्री अनिल विज ने कहा कि अधिकारी को मेयर की बात का जवाब देंने की बजाय मीटिंग से वॉकआउट करना गंभीर मामला है. ये कंटेम्प्ट ऑफ दा हाउस है इसलिए उस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है.
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गुरुग्राम नगर निगम में मंत्री अनिल विज की इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर अधिकारियों में खौफ हो गया है, और मंत्री अनिल विज ने ये भी कह दिया है कि जो भी लापरवाह अधिकारियों के मामले सामने आ रहे हैं उन पर मैं लगातार कार्रवाई कर रहा हूं. ऐसे में देखना होगा कि मंत्री अनिल विज का ये प्रयास अधिकारियों पर क्या असर डालता है और अधिकारी कितना सुधर पाते हैं.