गुरुग्राम: भारत की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के नाम पर लोगों से ठगी करने वाला नटवरलाल पुलिस के हत्थे चढ़ा है. पुलिस ने इस मामले में 2 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार (gurugram police arrested thug) किया है. गुरुग्राम पुलिस ने तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया. जिला अदालत ने तीनों आरोपियों को 1 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है. गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक जिले की न्यू कॉलोनी में बैठकर ये नटवरलाल अपने बेटे और अन्य एक साथी के साथ मिलकर लोगों को निशाना बनाता था.
गुरुग्राम एसीपी क्राइम पीतपाल सिंह के मुताबिक यशपाल अरोड़ा नाम का नटवरलाल गुरुग्राम में निर्माणधीन इमारतों का चयन करता था. उसके बाद उन इमारतों के मालिकों के खिलाफ शिकायत करता. फिर उस शिकायत को वापस लेने के नाम पर बड़ी रकम ऐंठता (cheating in the name of cbi in gurugram) था. आरोपी यशपाल अरोड़ा गुरुग्राम के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर से ईडी के समन के आधार पर मामले को रफादफा करने के नाम पर 4 करोड़ रुपये की मांग कर रहा था. यशपाल अरोड़ा ने अपने आप को ईडी के अधिकारियों का नजदीकी बताया.
इसी आधार पर नगर निगम के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर यशपाल बत्रा को अपने झांसे में लिया. पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर यशपाल बत्रा को आरोपी पर शक हुआ तो उसकी शिकायत गुरुग्राम पुलिस को दी. शिकायत मिलने के बाद गुरुग्राम पुलिस ने टीम का गठन किया. जिसके बाद आरोपी यशपाल अरोड़ा और उसके बेटे राहुल अरोड़ा के साथ जितेंद्र मुंजाल को 2 लाख रुपए लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया. इससे पहले नटवरलाल यशपाल अरोड़ा पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर से 10 लाख रुपये ऐंठ चुका है.
पुलिस अब इस बात की तफ्तीश कर रही है कि जो नोटिस ईडी और सीबीआई के नाम पर दिए जाते थे, वो फर्जी थे, या फिर किसी विभाग के अधिकारी के साथ मिलकर इस गोरखधंधे को चलाया जा रहा था. फिलहाल गुरुग्राम पुलिस ने सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों से भी इस बाबत संपर्क किया है. अभी तक ये भी पता नहीं चला है कि इस नटवरलाल ने कितने लोगों को चूना लगाया है. गुरुग्राम पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि अगर उनके साथ इस तरह की घटना हुई है तो वो इसकी शिकायत दे.
शिकायतकर्ता यशपाल बत्रा के मुताबिक आरोपी यशपाल अरोड़ा कई लोगों को इसी तरीके से ठगी का शिकार बना चुका है. निर्माणाधीन बिल्डिंग की शिकायत कर और कोर्ट का डर दिखाकर आरोपी फर्जी समन भेजता था. जिससे वो लोगों से पैसे वसूलता है. वही शिकायतकर्ता के वकील श्यामवीर की माने तो कोर्ट से आरोपी का 3 दिन का रिमांड मांगा गया था, लेकिन जिला कोर्ट ने 1 दिन का रिमांड दिया है. शिकायतकर्ता यशपाल बत्रा की माने तो 8 महीनों से आरोपी लगातार उसे मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर रहा था. जिसकी ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग पुलिस को सौंप दी है. पुलिस ने तमाम तथ्यों की जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया.
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