गुरुग्राम: देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजूकी ने अपने गुरुग्राम प्लांट को शिफ्ट करने का फैसला लिया है. 39 साल पहले गुरुग्राम के मानसेर में लगा मारुति सुजूकी का प्लांट अब गुरुग्राम से जल्द ही शिफ्ट हो सकता है. मिली जानकारी के अनुसार बीते एक साल से मारुति कंपनी हरियाणा सरकार से प्लांट के विस्तार को लेकर बातचीत कर रही है. जिसके बाद अब प्लांट को गुरुग्राम से शिफ्ट करने का फैसला लिया गया है.
क्यों शिफ्ट किया जा रहा है प्लांट?
मानसेर के मारुति सुजूकी प्लांट में पहली विनिर्माण सुविधा थी और यहां सालाना लगभग 7 लाख कारें बनाने की क्षमता है. हालांकि, बीते कुछ सालों के दौरान जैसे-जैसे ये शहर एक विशाल मेगासिटी में तब्दील हो गया, तो मारुति सुजूकी कंपनी को 300 एकड़ के परिसर में काम करना मुश्किल लगने लगा. कंपनी के यूनियन के सदस्यों के अनुसार, ये प्लांट लगभग 15,000 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से और अप्रत्यक्ष रूप से कई लोगों को रोजगार देता है.
मानेसर प्लांट को खरखौदा किया जाएगा शिफ्ट!
बताया जा रहा है कि रियाणा सरकार ने मारुति सुजूकी कंपनी को तीन जगहों पर भूमि देने की पेशकश की है. उनमें से एक मानेसर में है, जहां मारुति की अपनी मुख्य फैक्ट्री है. इसके अलावा सोहना और सोनीपत में खरखौदा है. मारुति कंपनी अभी भी विकल्प की तलाश कर रही है. वहीं ये भी बता दें कि मारुति ने पहले सोहना में प्लांट लगाने का विकल्प चुना था, लेकिन जब वहां मिट्टी का टेस्ट किया गया तो वो फेल हो गया. जिसके बाद अब कंपनी सोनीपत के खरखौदा में प्लांट लगाने पर विचार कर रही है.
मारुति कंपनी को बड़ी जगह की तलाश
कंपनी के ही कुछ पदाधिकारियों ने बताया है कि मारुति बीते एक साल से हरियाणा सरकार के संपर्क में है. सरकार से इस बारे में बात चल रही है कि कैसे प्लांट का विस्तार किया जाए, क्योंकि मानेसर में अब मारुति कंपनी को जगह कम लगने लगी है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कार निर्माता कंपनी 700 से 1,000 एकड़ तक की एक नई साइट की तलाश कर रही है.
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