गुरुग्राम: 'प्लास्टिक को ना और कपड़े को हां' इसी को लेकर साइबर सिटी में कपड़े से बने थैले के बैंक की शुरुआत की गई है. 20 महिलाओं के समूह द्वारा तैयार किए गए कपड़े के थैले साइबर सिटी के बाजारों में उपलव्ध करवाए जा रहे हैं, जिससे साइबर सिटी को प्लास्टिक फ्री किया जा सके.
गुरुग्राम के नई बस्ती में नगर निगम गुरुग्राम द्वारा बुलंद आवाज वेलफेयर सोसायटी के सहयोग से कपड़े के थैले के बैंक की स्थापना की गई है. इस थैला बैंक के साथ 20 से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं, जो विभिन्न मार्केट क्षेत्रों में पॉलिथीन को खत्म करने के लिए कपड़े के थैले उपलब्ध करवा रही हैं.
इन महिलाओं द्वारा अब तक सेक्टर-23, व्यापार केन्द्र सुशांत लोक-1, वजीराबाद मंडी और हरीजन बस्ती आदि में 20 हजार से अधिक थैले उपलब्ध करवाए जा चुके हैं. इनको हाल ही में सोढ़ी सुपरमार्केट सेक्टर-46 द्वारा 12 हजार कपड़े के थैले उपलब्ध करवाने का ऑर्डर दिया गया है.
3 रुपये से लेकर 20 रुपये तक के बैग
थैला बैंक का मुख्य उद्देश्य गुरुग्राम को पॉलिथीन मुक्त बनाना है. इसके तहत पॉलिथीन की बजाए कपड़े के थैले का उपयोग करने के प्रति नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है और पॉलिथीन की जगह कपड़े के थैले विभिन्न मार्केट क्षेत्रों में उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. थैला बैंक द्वारा 3 रुपये से लेकर 20 रुपये तक के थैले उपलब्ध करवाए जा रहे हैं.
पुराने कपड़े और प्लास्टिक के बदले भी मिलेगा बैग
बुलंद आवाज वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष कुलदीप सिंह के अनुसार थैला बैंक में कोई भी व्यक्ति पुराने कपड़े और प्लास्टिक बोतल के बदले में कपड़े के थैले प्राप्त कर सकता है. इसके आलावा लोगों को जागरूक करने के लिए शहर की विभिन्न कॉलोनियों में क्लॉथ कलैक्शन बॉक्स लगाने की योजना है. जिससे लोग अधिक से अधिक कपड़े के थैले का इस्तेमाल कर सकें.
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