गुरुग्राम: केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीनों विधेयकों के खिलाफ हरियाणा के किसानों ने ऐलान-ए-जंग का बिगुल बजा दिया है. इस बार किसान और आढ़ती सरकार से आर-पार की लड़ाई पर उतर आए हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी की ओर से लगातार किसानों का समर्थन किया जा रहा है. इसी बीच हरियाणा में किए जा रहे प्रदर्शन पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कांग्रेस पर निशाना साधा है.
कृषि विधेयक पर चल रहे विरोध पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि मनमोहन सिंह के कार्यकाल में मुख्यमंत्रियों की कमेटी ने कृषि विधेयक के मसौदे की सिफारिश की थी. इस कमेटी में भूपेंद्र हुड्डा भी शामिल थे, लेकिन कांग्रेस सोचती रह गई, क्योंकि कांग्रेस में इच्छा शक्ति की कमी थी.
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि विधेयकों को सभी पार्टियां लागू करना चाहती थी, लेकिन अब एनडीए सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कदम उठाया तो कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल देखते रह गए. दलाल ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए जब कोई भी क्रांतिकारी बदलाव लाया जाता है, तो लोगों को समझने में देर लगती ही है और कृषि विधेयकों के मामले में भी ऐसा ही हो रहा है.
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उन्होंने दावा किया कि विधेयकों से किसानों की जिंदगी बदलने वाली है. उन्हें बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी. कृषि मंत्री ने कहा कि संयुक्त पंजाब के समय दीनबंधु सर छोटू राम ने किसानों की भलाई के लिए जो कदम उठाए थे. ये तीनों कृषि विधेयक उससे भी ज्यादा लाभकारी साबित होंगे. उन्होंने कहा कि किसान संगठनों ने सड़क जाम करने के ऐलान का समर्थन नहीं किया. केवल कुछ कांग्रेस समर्थित संगठनों ने ही इसमें भाग लिया. देश का किसान सब देख रहा है.