फतेहाबाद: हरियाणा में बीजेपी जेजेपी गठबंधन पर सियासी पारा सातवें आसमान पर है. इस मुद्दे को लेकर बीजेपी और जेजेपी के नेताओं में जुबानी जंग तेज हो गई है. हाल ही में हरियाणा बीजेपी प्रभारी बिप्लब देब ने फरीदाबाद में कहा कि जेजेपी ने बीजेपी को समर्थन देकर कोई अहसान नहीं किया, बदले में उनको मंत्री पद भी मिला. उचना सीट पर भी उन्होंने कहा था कि वहां से वो अपनी दीदी को चुनाव लड़वाएंगे. अब जननायक जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने उनके बयान पर पलटवार किया है.
सरदार निशान सिंह ने कहा कि जब दोनों पार्टी का गठबंधन हुआ था तो दोनों पार्टियों के बीच कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बना था. दोनों के बीच कुछ शर्तें थी जिनका दोनों पार्टियों को पालन करना था. उन्होंने कहा कि कभी भी हमारी पार्टी के किसी नेता की तरफ से गठबंधन को लेकर ऐसी कोई बात नहीं कही गई, जिससे विरोधी पार्टियों को ये लगे कि इनके बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा. निशान सिंह ने कहा कि बीजेपी की तरफ से इस तरह की बयानबाजी हो रही है.
उचाना विधानसभा सीट के सवाल पर निशान सिंह ने कहा कि वो उनके पार्टी मुखिया की सीट है. अगर बीजेपी-जेजेपी गठबंधन रहता भी है तो उस सीट पर पार्टी के मुखिया और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी गठबंधन तोड़ती भी है तो भी दुष्यंत चौटाला ही वहां से चुनाव लड़ेंगे. चाहे फिर बीजेपी उस सीट पर जीतने मर्जी दीदी को लड़वा लें. उससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में बीजेपी जेजेपी का गठबंधन चल रहा है, तो ऐसे में ये बयान देना अपरिपक्वता है.
उन्होंने कहा कि उचाना विधानसभा सीट पर उनके पार्टी मुखिया दुष्यंत चौटाला का हक बनता है. इस दौरान निशान सिंह ने इनेलो पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इनेलो अपनी झेप मिटाने के लिए कुछ भी कहती है. इनेलो आज मात्र दो प्रतिशत मतों पर रह गई है. उसका कोई अधिकार नहीं है गठबंधन पर स्टेटमेंट देने का, क्योंकि उसका अधिकार जनता ने छीन लिया है. 20 विधायकों में से उनकी पार्टी में अब एकमात्र अभय चौटाला विधायक बचे हैं.