फतेहाबाद: टोहाना जिला फतेहाबाद के गांव खनौरा से अपने निवास प्रयागराज (इलाहाबाद) उत्तर प्रदेश में लगभग दो दर्जन प्रवासी मजदूर पैदल जाते हुए देखे गए. उनका कहना था कि लॉकडाउन के दौरान कोई साधन नहीं मिल रहा है. यहां कोई काम नहीं है जिसकी वजह से उनकी परेशानी बढ़ गई है. उनहोंने प्रशासन से गुहार लगाई कि हमारे घर पहुंचने का इंतजाम करवा दिजिए.
देश भर में लॉकडाउन के चलते अपने घर लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मजदूरों के चेहरे पर प्रशासन की ओर से इंतजाम न किए जाने पर बेबसी भी देखने को मिली. मजदूरों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि हमें घर पहुंचाने का इंतजाम प्रशासन कर दे तो मेहरबानी होगी.
वे टोहाना के गांव खनौरा से पैदल आ रहे हैं तथा उन्हें एक हजार किलोमीटर दूर इलाहाबाद जाना है. मजबूरी में पैदल ही जाना पड़ेगा. प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वे शाम के समय गांव से निकल पड़े थे जिसके बाद नगर परिषद टोहाना में रूक गए लेकिन उनके घर जाने के लिए इंतजाम न होने से पैदल ही जाना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि वे 35 लोगों का ग्रुप है जो पैदल इलाहाबाद जा रहा है जिसके चलते अब परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं किया गया है, लॉकडाउन लंबा होने के चलते यहां भूखा रहने की नौबत आ रही है जिसके चलते वे अपने घर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है वे नए हैं इसलिए लोगों से पूछ पूछकर पैदल जा रहे हैं.
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