फतेहाबाद: फरीदाबाद में वकीलों और पुलिस के बीच हुई मारपीट के मामले को लेकर गुरुवार को फतेहाबाद बार एसोसिएशन ने वर्क सस्पेंड रखकर घटना के प्रति अपना रोष जाहिर किया. वकीलों का आरोप है कि पुलिस ने अन्य वकीलों के साथ फरीदाबाद बार एसोसिएशन के प्रधान के साथ बदसलूकी की थी. इसके विरोध में आज पूरे हरियाणा में जिला स्तर पर अधिवक्ताओं द्वारा रोष जताया जा रहा है.
फरीदाबाद में पुलिस द्वारा वकीलों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए गुरुवार को फतेहाबाद बार एसोसिएशन ने वर्क सस्पेंड रखा और विरोध जताया. वकीलों के वर्क सस्पेंड के कारण वकीलों के चैंबर गुरुवार को नहीं खुले, उन पर ताले लगे रहे. इस संबंध में फतेहाबाद बार एसोसिएशन के प्रधान नरेश सोनी ने बताया कि फरीदाबाद में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अधिवक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार किया है.
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फरीदाबाद में वकीलों के वकालत नामे को भी पुलिस टीम ने फाड़ दिया. इसी के चलते आज पूरे हरियाणा में जिला स्तर पर वकील वर्क सस्पेंड कर अपना रोष जाहिर कर रहे हैं. वकीलों की मांग है कि इस मामले में आरोपी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए. गौततलब है कि फरीदाबाद में जज के रीडर को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने हाल ही में रिश्वत लेते कोर्ट परिसर से रंगे हाथों गिरफ्तार किया था.
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पुलिस टीम जब आरोपी को कोर्ट लेकर पहुंची तो वहां मौजूद वकील आरोपी के समर्थन में आ गए. इस दौरान पुलिस टीम और वकीलों के बीच जमकर मारपीट हुई. इस पर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने वकीलों के खिलाफ केस दर्ज कराया था. इसको लेकर वकील विरोध कर रहे हैं. वकीलों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया है. वकील पुलिस द्वारा दर्ज कराए गए केस को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं.