फतेहाबाद: हरियाणा की सीमाओं पर पंजाब के किसानों के संघर्ष का असर अब हरियाणा के किसानों पर भी देखने को मिल रहा है. अब हरियाणा के किसान भी कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच के लिए बैठकों में शामिल हो रहे हैं. माना जा रहा है कि ये सब कुछ सर्व खाप पंचायत के राष्ट्रीय प्रवक्ता सूबे सिंह की अपील का ही असर है. सूबे सिंह ने पंजाब के किसानों के विरोध प्रदर्शन के बाद हरियाणा के किसानों को कोसते हुए एक बयान जारी किया था जिसके बाद प्रदेश के किसानों ने भी अब दिल्ली की तरफ बढ़ने का फैसला किया है.
टोहाना क्षेत्र में के ग्रामीण इलाकों में अब कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच के लिए बैठक की जा रही हैं जिसमें भारी संख्या में किसान शामिल हो रहे हैं. ऐसी ही एक बैठक का आयोजन शनिवार को हिसार टोहाना मार्ग पर स्थित गांव समैन में किया गया.
इसके बारे में जानकारी देते हुए ग्रामीण बलवंत सिंह ने बताया कि दिल्ली कूच को लेकर किसान इकट्ठे हो रहे हैं. मीटिंग में निर्णय लिया गया है कि किसान दिल्ली कूच करेंगे और प्रतिदिन गांव से ट्रैक्टर ट्रॉलियों को दिल्ली के लिए रवाना किया जाएगा. उन्होंने ये भी बताया कि आसपास के क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बैठक की जाएंगी जिसके बाद वहां से भी दिल्ली के लिए किसान कूच करेंगे.
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उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र से हजारों की संख्या में पंजाब के किसान निकल रहे हैं जिनका उन्होंने स्वागत भी किया है. बता दें कि जिस तरह से पंजाब के किसान तीन कृषि कानूनों के विरोध में मैदान में उतरे हुए हैं उसके मुकाबले हरियाणा के किसानों की गिनती अब तक कम दिखाई दे रही है जिसको लेकर बार-बार सवाल उठते रहे हैं.