फतेहाबाद: जिले के टोहाना नगर परिषद में फर्जी प्रॉपर्टी आईडी की गड़बड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है. बता दें कि सीएम मनोहर लाल खट्टर के आदेश पर जांच हुई तो सामने आया कि टोहाना नगर परिषद में फर्जी अस्थाई प्रॉपर्टी आईडी को बिना जांच के अप्रूव कर दिया गया.
बताया जा रहा है कि टोहाना नगर परिषद में प्रॉपर्टी आईडी की यह गड़बड़ी वर्ष 2020 में सितंबर से लेकर नवंबर तक की है. जब प्रॉपर्टी आईडी को लेकर सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं किया गया था. सॉफ्टवेयर में दस्तावेज ना होने का फायदा उठाकर अस्थाई फर्जी आईडी में अवैध कॉलोनी को वैध बताकर रजिस्ट्री करवा ली गई.
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बता दें कि करनाल में पिछले कई दिनों से फर्जी प्रॉपर्टी आईडी बनाकर रजिस्ट्री करवाने का मामला चल रहा था. जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री के आदेश पर प्रदेश के सभी नगर परिषद में जांच के आदेश दिए गए.
नगर परिषद में जांच के लिए नगर आयुक्त फतेहाबाद समवर्तक सिंह ने कमेटी का गठन किया. इस कमेटी में टोहाना के कार्यकारी अभियंता और राजस्व विभाग के अधिकारी को भी शामिल किया गया.जांच में चौंकाने वाला मामला आया. करीब 495 अस्थाई फर्जी प्रॉपर्टी आईडी बनी हुई हैं.
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अस्थाई फर्जी प्रॉपर्टी आईडी के बारे में नगर आयुक्त समवर्तक सिंह ने बताया कि प्रॉपर्टी आईडी को लेकर प्रदेश के सभी नगर परिषद में नगर पालिका से रिपोर्ट मांगी गई. वेरीफाई के लिए राजस्व विभाग के साथ मिलकर कमेटी बनाई गई. कमेटी जांच कर रही है.
नगर आयुक्त समवर्तक सिंह ने बताया कि अगर गड़बड़झाले में किसी कर्मचारी की मिलीभगत पाई गई तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. प्रॉपर्टी आईडी से कोई गलत रजिस्ट्री हुई है तो उस पर भी राजस्व विभाग कार्रवाई करेगा.