फतेहाबाद: पंजाब के बाद हरियाणा में नशे का जाल बड़े स्तर पर फैल रहा है. इसके सबसे सॉफ्ट टारगेट युवा बन रहे हैं. इनमें भी नशे का ट्रेंड बदल रहा है. उत्तर भारत के सबसे बड़े स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ में संचालित राज्य व्यसन निरर्भता उपचार केंद्र की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि हरियाणा में नशा 18 से 25 साल की उम्र के युवाओं में तेजी से फैल रहा है.
70 फीसदी युवा महंगे नशे के शौकीन
हैरानी की बात ये है कि नशा करने वाले 70 फीसदी युवा महंगे नशे के शौकीन बन चुके हैं. इनमें से अधिकतर अब इंजेक्शन के जरिए लिए जाने वाले नशे को ले रहे हैं. ये अब हेरोइन को पानी में घोलकर इंजेक्शन के जरिए नशे का सेवन कर रहे हैं.
इंजेक्शन के जरिए नशे का सेवन कर रहे हैं युवा
एक ही इंजेक्शन आठ से 10 लोगों में लगाने से युवाओं में एचआईवी, हेपेटाइटिस रोगों की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है. इतना ही नहीं ये युवा इंजेक्शन लेने के बाद नसें ब्लॉक होने और ओवरडोज होते ही जिंदगी गंवाने के मुहाने पर खड़े हैं. महंगे नशे की लत को पूरा करने के लिए युवा अपराध की दिशा में भी कदम रख रहे हैं.
हरियाणा में 4 लाख से ज्यादा लोग नशे की चपेट में हैं
हिमाचल और पंजाब के बाद हरियाणा में नशे का जाल बड़े स्तर पर फैल रहा है. फतेहाबाद, सिरसा, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला और यमुनानगर में ये तेजी से फैल रहा है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में साढ़े 4 लाख से ज्यादा लोग नशे की जकड़ में हैं. कोढ़ में खाज ये है कि नशे पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश में सरकारी नशा मुक्ति केंद्र ना के बराबर हैं. जो हैं उनमें भी पर्याप्त सुविधाएं और संसाधन नहीं हैं.
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प्रशासन नशे पर लगाम लगाने में नाकाम
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक साल 2010 से लेकर 2015 में नशे की वजह से हरियाणा में 448 मौत हो चुकी हैं. खास बात ये है कि नशे से होने वाली मौतों का ये केवल सरकारी आंकड़ा है. नशे से होने वाली मौत के 70 प्रतिशत से ज्यादा मामले पुलिस के पास आते ही नहीं हैं. ऐसे में नशे से होने वाली मौतों का असली आंकड़ा भयावह है.
नशे से हानियां:
- मादक पदार्थों के सेवन का सबसे बड़ी हानि, स्वास्थ्य की हानि है. इससे आपके शरीर के कई अंगों पर एक साथ विपरीत असर पड़ता है. खास तौर से ये आपके दिमाग को भी अपनी चपेट में ले लेता है.
- नशा करने वाला व्यक्ति हमेशा चिढ़ा हुआ और मानसिक तनाव से ग्रसित होता है.
- नशा करने वाला व्यक्ति सदैव अपने ख्यालों में ही रहता है, उसे अपने आस-पास के माहौल से ज्यादा मतलब नहीं होता है.
- नशा करने वाला व्यक्ति आर्थिक, मानसिक एवं शारीरिक सभी से कमजोर होता है.
- नशा करने वाला व्यक्ति अपने समाज एवं परिवार से बिलकुल दूर हो जाता है.
- नशा करने वाला व्यक्ति सबसे ज्यादा दुर्घटनाओं का शिकार होता है.