फतेहाबाद: टोहाना के विधायक देवेन्द्र सिंह बबली के घोटाले के आरोप पर मुख्यमंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया है. सीएम ने जिला स्तर पर डीसी को जांच के आदेश दे दिए है. इस फैसले का बबली ने स्वागत किया. वहीं चेताया भी है कि जांच सही तरीके से की जाए, क्योंकि वो अपने स्तर पर पहले जांच कर चुके हैं उससे इसका मिलान करवाया जाएगा.
15 दिन में करें जांच
उन्होंने अनिल विज से मिल कर उनके विभाग में अनियमिता के बारे में भी उन्हें बताया है यह जानकारी भी उन्होंने दी. पिछले दस वर्षो में नगर परिषद में हुए विकास कार्यो में करोड़ो के घोटाले के आरोप लगाने वाले विधायक देवेंद्र सिंह बबली की शिकायत पर मुख्यमत्री मनोहर लाल ने कंडा संज्ञान लेते हुए डीसी को 15 दिन में जांच करने के आदेश दिए है. विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने अपनी कार्यालय मे पै्रसवार्ता करते हुए सीएम के निणर्य का स्वागत किया है.
मैंने अपने लेवल पर जांच करवा ली है- बबली
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि जब उन्होंने नगर परिषद का निरीक्षण किया था तो उस समय टाईले एकाएक गिरनी शुरू हो गई थी जिसके बाद मिलीभगत करते हुए टाईलों को आनन-फानन में हटवाया गया था. विधायक ने कहा कि डीसी ने जिस अधिकारी को नियुक्त किया है तो निष्पक्षता से इसकी जांच करे. बबली ने कहा कि उन्होंने अपने लेवल पर मामले की जांच करवा ली है अब अधिकारी की जांच से इसका मिलान किया जाएगा.
'कुछ लोगों ने अपनी ताकत का दुरुप्रयोग किया'
बबली ने कहा कि इस मामले में जिसने भी गडबडी की है इस जांच के बाद उनको सजा जरूर मिलेगी. बबली ने कहा कि पहले मामले की जांच जिलास्तर पर होते हुए कुछ लोगों ने अपनी ताकत का दुरुप्रयोग करते हुए मामले को दबाया गया. उन्होंने कहा कि अनेक अधिकारियों ने अपने आनन-फानन में तबादले करवा लिए गए. विधायक ने कहा कि गृहमंत्री अनिल विज के सज्ञान में उन्होंने लाया था कि अनेक अधिकारियों ने उस समय विदेशों की यात्राएं की जिसके बाद विज साहब ने भी मामले को गंभीरता से लिया था.
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बबली ने कहा कि प्रदेश की सरकार पूर्ण रूप से ईमानदार है लेकिन विज साहब को इसके लिए पूर्ण रूप से माना जाता है. सीएम के आदेशानुसार नगर परिषद को पिछले दस वर्षो में कितनी ग्रांट मिली, ग्रांट का उपयोग किस जगह किया गया. नप ने किस गली में कितनी राशि खर्च की, नप में जो काम हुआ उसे किस-किस ठेकेदार को काम दिया गया, जहां काम हुआ वहां की हालत कैसी है, पिछले दस सालों में कौन-कौन अधिकारी रहा उसकी लिस्ट भी देनी होगी.