फतेहाबाद: टोहाना के सरकारी अस्पताल में रविवार देर शाम एक जंगली गोह देखी गई. जिसके बाद वहां पर हड़ंकप मच गया, क्योंकि इस जगली गोह की लंबाई लगभग तीन फुट थी और देखने में काफी खतरनाक दिख रही थी. जहां ये गोह घुसी उसके साथ का सेक्शन आपातकाल के मरीजों का था, जहां छोटे बच्चों के साथ उनकी माताएं भी थी.
मौके पर स्थिति पर काबू पाने के लिए डॉ. जावेद ने वाइल्ड लाइफ कार्यकर्ता डॉ. गोपी को सूचना दी. जिसके बाद मौके पर भारी मशक्कत के साथ गोह को काबू में लिया गया. जिसे बाद में अस्पताल के बाहर छोड़ दिया गया.
इसके बारे में बताते हुए डॉ. गोपी ने बताया कि इसे अगरा मोनिटर लिजारड कहा जाता है. यह जानवर बड़ों को तो नहीं पर बच्चों को नुकसान पहुंचा सकता है. अब इसे काबू कर लिया गया है, इसलिए कोई चिंता की बात नहीं है.
बता दें कि वाइल्ड लाइफ विभाग का उद्देश्य रहता है कि किसी भी जानवर को जान का नुकसान न पहुंचा कर उसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए, जिससे प्रकृति के किसी भी जीव को नुकसान न पहुंचे.