फरीदाबाद: जिले के सिविल अस्पताल बादशाह खान से बड़ी लापरवाही सामने आई. जिसके चलते एक गर्भवती महिला की डिलीवरी अस्पताल की पार्किंग में हो गई और नतीजतन बच्चे की मौत हो गई. महिला के पति का आरोप है कि सिविल अस्पताल बादशाह खान में तैनात डॉक्टर और स्टाफ नर्स ने अस्पताल में इलाज न होने की बात कहकर उसे निजी अस्पताल में जाने की सलाह दी थी.
महिला के पति मुनिराम का आरोप है कि बादशाह खान अस्पताल में महिला को देखने और भर्ती करने के लिए पैसे मांगे गए. वहीं सिविल अस्पताल की पीएमओ डॉक्टर सरिता यादव का कहना है कि महिला को 6 महीने का गर्भ था, जो असताल में आई थी और फिर नीचे कैसे चली गई इसको लेकर पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है. महिला के पति का कहना है कि उसकी पत्नी राधिका को अस्पताल में दाखिल न करने पर उसके प्रीमेच्योर 6 महीने के बच्चे की डिलीवरी बाहर पार्किंग में ही हो गई. जिसके चलते बच्चे की मौत हो गई.
![child delivery faridabad parking](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12446728_faridabad.png)
ये भी पढ़ें- नौकरी से निकाला तो कंपाउंडर ने भर दी डॉक्टर की मांग, फोटो-वीडियो किया वायरल
बल्लभगढ़ सिविल अस्पताल से उक्त गर्भवती महिला को फरीदाबाद के जिला सिविल अस्पताल के लिए रेफर किया गया था. महिला के पति का आरोप है कि वह समय-समय पर अपनी पत्नी का बल्लभगढ़ के सरकारी अस्पताल में चेकअप करवा रहा था. कल डॉक्टरों ने बताया कि उसके बच्चे की महिला के पेट में धड़कन बंद हो गई है. जिसके चलते उसे फरीदाबाद के अस्पताल में रेफर किया गया था.
यहां लाने के बाद अस्पताल वालों ने उसे प्राइवेट में ले जाने के लिए कहा. काफी मेहनत करने के बाद अस्पताल स्टाफ ने गर्भवती महिला का चेकअप करने के लिए पति से बाहर से ग्लव्स खरीद कर लाने के लिए भेजा था, लेकिन जब तक वह ग्लव्स लेकर पहुंचा तब तक स्टाफ ने गर्भवती महिला को बाहर भेज दिया था. जहां उसकी डिलीवरी हो गई और बच्चे की मौत हो गई.
ये भी पढ़ें- तेज रफ्तार डंपर ने बाइक को मारी टक्कर, दो मौसेरे भाइयों की दर्दनाक मौत