फरीदाबाद: केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर (Krishan Pal Gurjar Union Minister) ने सेक्टर-31 टाउन पार्क में पौधारोपण (Plantation drive in Faridabad) किया. इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए पंजाब कांग्रेस में चल रहे घमासान (Punjab Congress Dispute) पर प्रतिक्रिया दी. कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस पंजाब ही नहीं बल्कि पूरे देश में बिखर चुकी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास ना नेतृत्व है, ना नेता है और ना ही नीति है.
वहीं कांग्रेस के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को दावा किया कि अमरिंदर सिंह को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नहीं हटाया बल्कि कांग्रेस के 78 विधायक उन्हें हटाना चाहते थे. उन्होंने कहा कि जब कोई मुख्यमंत्री अपने सभी विधायकों का विश्वास खो देता है तो उसे पद पर नहीं बने रहना चाहिए. सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से कहा, '(पंजाब में) 79 में से 78 विधायकों ने मुख्यमंत्री को हटाने के लिए पत्र लिखा था. अगर हम मुख्यमंत्री नहीं बदलते तो आप हम पर तानाशाही का आरोप लगाते. मुख्यमंत्री एक तरफ और 78 विधायक एक तरफ और आप उन्हें सुनना नहीं चाहते.'
उन्होंने कहा, 'सोनिया गांधी कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष हैं और पंजाब में मुख्यमंत्री बदलने का फैसला उन्होंने नहीं लिया. जैसा कि मैंने आपको बताया, 78 विधायकों ने पत्र लिखा था और उसके बाद हमने मुख्यमंत्री को बदल दिया.' गौरतलब है कि इससे पहले अमरिदंर सिंह ने कांग्रेस नेतृत्व के उस आरोप का खंडन किया था कि वह विधायकों का विश्वास खो चुके हैं.
ये भी पढ़ें- हरियाणा में आज से धान की खरीद, बड़ी संख्या में फसल मंडी लेकर पहुंच रहे किसान
दिलचस्प बात यह है कि एक दिन पहले हरीश रावत ने एक प्रेस बयान में कहा था कि 43 विधायकों ने इस मुद्दे पर आलाकमान को पत्र लिखा था. अमरिंदर ने चुटकी लेते हुए कहा, 'ऐसा लगता है कि पूरी पार्टी नवजोत सिंह सिद्धू की कॉमिक थियेट्रिक्स की भावना से प्रभावित हो गई है. आगे वे दावा करेंगे कि 117 विधायकों ने उन्हें मेरे खिलाफ लिखा था!' उन्होंने कहा, 'पार्टी में यह स्थिति है. वे अपने झूठ का ठीक से समन्वय भी नहीं कर सकते. इसके अधिकांश वरिष्ठ नेताओं का पार्टी के कामकाज से पूरी तरह से मोहभंग हो चुका है.'