रोहतक: मकड़ोली टोल प्लाजा पर चल रहे किसानों के धरने पर मंगलवार को किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ऐलान किया है कि अगली बातचीत में भारत सरकार के मंत्री बिल वापसी का एजेंडा लेकर आए, वापसी के अलावा और किसी भी कीमत पर किसान पीछे हटने को तैयार नहीं है.
टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों को बहला फुसला कर बात कर रही है, लेकिन अब किसान किसी कीमत पर मानने को तैयार नहीं है. अगली बातचीत में सरकार बिल वापसी करने का एजेंडा लेकर आए क्योंकि बिलों में बदलाव के कागजात तो किसानों ने फाड़ दिए हैं.
उन्होंने कहा कि अगर बिल वापस नहीं हुए तो 26 जनवरी को किसान राजपथ पर परेड करेगा और 23 जनवरी से इसकी रिहर्सल शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के बजट सत्र को भी वो देखेंगे कि कौन से विपक्षी नेता किसानों के समर्थन में आवाज उठाते हैं
टिकैत ने कहा कि बजट सत्र के दौरान पता चल जाएगा की कौनसी पार्टी किसान विरोधी है और कौनसी पार्टी किसानों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि सरकार को टाइट करने की जरूरत है.
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वहीं उन्होंने हरियाणा सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हमारी हरियाणा सरकार से कोई लड़ाई नहीं है. लेकिन किसानों और केंद्र सरकार के बीच में मनोहर लाल खट्टर अड़चनें पैदा कर रहे हैं, बेवजह किसानों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इसका जवाब भी हम मनोहर लाल खट्टर से लेंगे और दिल्ली का फैसला हो जाने के बाद अगली बारी चंडीगढ़ की है. वहीं उन्होंने किसानों से अपील की कि धरना स्थल पर या अन्य जगह किसान आत्महत्या ना करें आत्महत्या करने से लड़ाई नहीं जीती जाती है.