फरीदाबाद: शनिवार को 35वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले का शुभारंभ (International Surajkund Fair) हो गया है. हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल खट्टर ने दीप प्रज्वलित कर मेले का शुभारंभ किया था. जिसके बाद से सूरजकुंड मेले में भारी तादाद में पर्यटक यहां पहुंच रहे है और मेले का आनंद उठा रहे है. बता दें कि सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला बुनकरों, शिल्पकारों तथा कलाकारों को मंच प्रदान करता है. इससे उन्हें अपनी प्रतिभा को तराशने एवं आजीविका कमाने मदद मिलेगी. साथ ही यह मेला कला, संगीत एवं सभ्यता का संगम है.
सूरजकुंड मेले में आए लोगों ने बताया कि उन्हें काफी लंबे इंतजार के बाद मेला देखने का मौका मिला है और इसका वह बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. लोगों ने कहा कि सूरजकुंड का मेला (Surajkund Handicraft Fair) पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान रखता है, क्योंकि यहां पर एक ही मेला परिसर में विभिन्न देशों की संस्कृति देखने को मिलती है. देश के बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो दूसरे देशों में नहीं जा सकते, लेकिन सूरजकुंड मेले में आने के बाद यहां पर वह दूसरे देशों की संस्कृति और उनकी विशेषताओं के बारे में जान सकते हैं.
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मेले में आए पर्यटकों ने बताया कि उन्हें मेले में आकर बहुत अच्छा लग रहा है. बहुत सारी ऐसी चीजें हैं, जिनके बारे में उनको पहले जानकारी नहीं थी, लेकिन मेला परिसर में आने के बाद कई नई-नई जानकारियां हासिल हो रही है. साथ ही दूसरे देशों और दूसरे राज्यों के खानपन को लेकर भी उनको बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है और वह खाने का इंजॉय कर रहे हैं. पर्यटकों ने बताया कि परिवार के साथ आकर उन लोगों को बेहद अच्छा लग रहा है. गौरतलब है कि कोरोना के कारण मेला नहीं लग रहा था. लोग लंबे समय तक घरों के अंदर बंद रहे, लेकिन अब लोगों को घरों से बाहर निकलने का मौका मिल रहा है. सूरजकुंड मेले में आने के बाद पर्यटक यहां पर दूसरे देशों की संस्कृति और उनकी विशेषताओं के बारे में जान सकते हैं.
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