फरीदाबाद: हरियाणा में फरीदाबाद के फतेहपुर बिल्लौच गांव में चार अवार्ड से नवाजे गए यश मोहन सैनी ने एक नई मिसाल पेश की है. 20 एकड़ फूलों की खेती और 10 एकड़ में औरनामेंटल प्लांट लगाया गया. किसान यश का दावा है कि वो फरीदाबाद में फूलों की खेती करने वाले (Floriculture in Faridabad) हरियाणा में पहले किसान है.
फतेहपुर बिल्लौच गांव फरीदाबाद (Fatehpur Billouch Village Faridabad) जहां खेतों में फूलों की खेती का सुंदर नजारा मन को मोह लेने वाला है. वैसे तो यह गांव फूलों की खेती के लिए पूरे एनसीआर में मशहूर है और तरह-तरह के फूल लेने के लिए ना केवल छोटे व्यापारी बल्कि दिल्ली जैसी बड़ी सिटी के भी अधिकांश व्यापारी भी इसी गांव में पहुंचते हैं.
इस गांव के रहने वाले यश मोहन सैनी ने फूलों की खेती और औरनामेंटल के प्लांट (ornamental plant Cultivation in Faridabad) लगाकर एक मिसाल पेश की है. जिनको अभी तक चार अवार्ड से नवाजा जा चुका है. इसी को लेकर जब सैनी से ईटीवी भारत की टीम ने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि 1988 में उन्होंने अपने परिवार को पालने के लिए टेंट का काम किया था और उनके घर का गुजारा नहीं चल पाया. फिर उनके मन में कुछ अलग हटके काम करने का विचार आया.
फिर उन्होंने 2 एकड़ जमीन में फूलों की खेती (Floriculture in Faridabad) करनी शुरू की. जब उनको इस खेती में मुनाफा होने लगा तो उन्होंने लीज पर लेकर 20 एकड़ की जमीन में खेती करनी शुरू कर दी. जिसमें हर तरह के फूलों की खेती की. जैसे कि रजनीगंधा, गीलाईडोला, गुलदावरी फूल फिर उनकी सप्लाई दिल्ली से लेकर बाहर विदेशों तक होने लगी.वहीं 10 एकड़ में ओरना मेंटल प्लांट लगाया जिसमें हर तरह की पेड़ पत्तियां है.
वहीं यश का कहना है कि इस खेती में वो पर एकड़ 3 से 4 लाख रुपयों की बचत कर लेते हैं. इसी कड़ी में हरियाणा सरकार से भी यश को अवॉर्ड मिले हैं. यश का कहना है कि उन्हें जिला स्तर पर भी कई प्राइज मिल चुके हैं. इस खेती से यश को फायदा मिल रहा है.
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