फरीदाबाद: हरियाणा की अद्यौगिक नगरी फरीदाबाद पुलिस की साइबर थाना पुलिस ने जिले में साइबर ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. पकड़े गये आरोपियों ने पूछताछ में जो खुलासा किया वो सुनकर पुलिस के भी होश उड़ गये. आरोपी पूरे देश में 600 से ज्यादा साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. ये शातिर लोग देश के अलग-अलग राज्यों में बैठकर लोगों को अपना शिकार बनाते थे.
फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दीपक उर्फ दीपू और परवेज आलम का नाम शामिल है. गिरफ्तार आरोपी दीपक उर्फ दीपू उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के गांव नूनारी का और परवेज आलम बिहार के सीतामढ़ी जिले के गांव पताही का रहने वाला है. आरोपियों ने धनी फाइनेंस कम्पनी के कर्मचारी बनकर लोने देने के नाम पर फरीदाबाद निवासी एक व्यक्ति को अपना शिकार बनाया था. आरोपी लोगों को जाल में फंसाने के लिए धनी फाइनेंस कम्पनी के पम्पलेट बनवाकर फरीदाबाद में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य मुख्य स्थानों पर विज्ञापन के तौर पर लगाते थे.
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आरोपियों के विज्ञापन में बाकायदा धनी फाइनेंस से आधार कार्ड लोन, पर्सनल लोन, प्लॉट एग्रीमेंट लोन, मार्कशीट लोन, बिजनेस जैसे लोन सस्ते ब्याज दरों दिलाने का झांसा दिया जाता था. ऐसे ही विज्ञापन को देखकर फरीदाबाद के एक शिकायतकर्ता ने पम्पलेट पर दिए गए मोबाइल नंबर पर सम्पर्क किया तो आरोपियों ने शिकायतकर्ता से धनी फाइनेंस कम्पनी का कर्मचारी बनकर बात की और आधारकार्ड लोन की एवज में फाइल चार्ज, इंसोरेंस चार्ज और कई अन्य चार्ज के नाम पर कुल 26 हजार 162 रुपये की धोखाधड़ी कर ली.
शिकायतकर्ता ने फरीदाबाद साइबर अपराध थान एनआईटी में इसकी शिकायत दी. शिकायत के आधार पर आरोपी की छानबीन साइबर पुलिस ने शुरू की. इसी के तहत साइबर थाना एनआईटी टीम ने आरोपी परवेज को उत्तर प्रदेश के नोएडा से तथा आरोपी दीपक उर्फ दीपू को फरीदाबाद एनआईटी एरिया से गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपियो से पूछताछ के दौरान 24 हजार रुपये, दो मोबाइल फोन, सिम कार्ड, पासबुक, डेबिट कार्ड और विज्ञापन के पम्पलेट बरामद किए गये हैं. आरोपियों से यह भी खुलासा हुआ है कि वो देश के अलग-अलग राज्यों में 600 के करीब साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. यानि आरोपी अब तक करोड़ों रुपये का फ्रॉड कर चुके हैं.
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