फरीदाबाद: आयुष्मान भारत योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य आश्वासन योजना है, जिसका मकसद गरीब परिवारों को हर साल 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देना है. फरीदाबाद में भी हजारों परिवार इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. अबतक फरीदाबाद के 87000 से ज्यादा परिवार इस योजना से जुड़ चुके हैं.
फरीदाबाद में 87283 परिवारों का बना ABY कार्ड
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर नजर डाले तो फरीदाबाद में अब तक 87283 परिवार के कार्ड बनाए जा चुके हैं और इनमें से 4779 लाभार्थी इस योजना का लाभ भी ले चुके हैं. निजी अस्पतालों में इलाज करा चुके लोगों का करीब 6 करोड़ 95 लाख 34 हजार 580 रुपये का भुगतान निजी अस्पतालों को सरकार के खाते से दिया जा चुका है.
अब गोल्डन कार्ड बन रहा मुफ्त
पहले आयुष्मान भारत योजना के पैनल में शामिल अस्पताल का गोल्डन कार्ड बनाने के लिए 30 रुपये लिए जाते थे, लेकिन अब इसे निशुल्क कर दिया गया है. इस योजना के लिए फरीदाबाद में 6 सरकारी और 21 निजी अस्पतालों का पैनल बनाया गया है. जहां जाकर लाभार्थी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
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पैनेल में शामिल प्राइवेट अस्पताल
- एसकेजी अस्पताल
- अपूर्व नर्सिंग होम
- शांति देवी मेमोरियल अस्पताल
- अर्श अस्पताल
- सूर्य ऑर्थो एंड ट्रामा सेंटर
- सेंटर फॉर साइट
- पार्क अस्पताल
- नोबल अस्पताल एंड ट्रामा सेंटर
- संतोष मल्टीनेशनल अस्पताल
- गोयल अस्पताल
- आर के अस्पताल
- हांडा मेडिकल सेंटर
- अलफला अस्पताल
- मेडिचेक अस्पताल
- केदार अस्पताल
- पवन अस्पताल यूनिट 1 और 2
- मानवता अस्पताल प्राइवेट लिमिटेड
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
- डॉक्टर टुडे आईवीएफ एंड मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल
ये वो अस्पताल हैं जो फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग के पैनल में है और आयुष्मान भारत योजना का कोई भी कार्ड धारक इन अस्पतालों में जाकर अपना इलाज करा सकता है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से ये भी आग्रह किया है कि जो लोग इस योजना का लाभ नहीं ले पाए हैं वो अपने कार्ड जरूर बनवाएं.
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पैनेल में शामिल सभी अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से हिदायत दी गई है कि वो इस योजना के तहत मिलने वाले लाभ से संबंधित बोर्ड अपने-अपने अस्पतालों की ओपीडी प्रवेश द्वार आईपीडी काउंटर पर लगवाएं ताकि लाभार्थी को इसकी जानकारी हो सके. साथ ही विभाग की ओर से निजी अस्पतालों के लिए ये हिदायत भी जारी की गई है कि आयुष्मान भारत योजना के कार्ड धारक से जांच के नाम पर किसी भी प्रकार का कोई अन्य शुल्क नहीं लिया जाएगा.
इस योजना के लाभार्थियों का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना के चलते उनको बहुत मदद मिली है, क्योंकि एक गरीब परिवार के लिए बड़े महंगे अस्पताल में इलाज कराना संभव नहीं होता और इस योजना से उनको इलाज में मदद मिली है.
शहरी क्षेत्र में किसे मिल सकता है योजना का लाभ?
योजना के कार्ड धारक गिरिराज में बताया कि कई बार वो अपने परिवार के लोगों का बड़े अस्पताल में इलाज कराया है. अगर भारत आयुष्मान योजना का कार्ड उनके पास ना होता तो शायद ये उनके लिए असंभव होता, लेकिन इस योजना की मदद से वो उनका इलाज कराने में सफल हुए हैं.