फरीदाबाद: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद खोरी गांव (Khori Village Faridabad) में प्रशासन पिछले कुछ दिनों से तोड़फोड़ की प्रक्रिया को लेकर तैयारी कर रहा है, जिसको लेकर खोरी गांव में महापंचायत (Mahapanchayat Khori village) हुई. महापंचायत को लेकर प्रशासन ने भी मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया. महापंचायत कर रहे ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन को लेकर नारेबाजी तेज कर दी. उग्र होते प्रदर्शन को देखकर पुलिस ने ग्रामीणों के ऊपर कार्रवाई की.
खबर है कि पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठीचार्ज किया. वहीं ग्रामीणों ने भी पुलिस पर पथराव किया. जिससे खोरी गांव में स्थिति तनावपूर्ण हो गई. इस पूरी घटना के बाद किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी भी पहुंचे. उन्होंने वहां पुलिसकर्मियों से बातचीत की. उन्होंने लाठीचार्ज की घटना को गलत बताया. चढूनी ने कहा कि पुलिस पर अगर पथराव किया गया है तो वो भी गलत है. लेकिन पुलिस को भी उनपर लाठीचार्ज नहीं करना चाहिए था.
खोरी गांव पर सुप्रीम कोर्ट का आदेश
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश के बाद फरीदाबाद के खोरी गांव में तोड़फोड़ की जानी है. करीबन दस हजार मकानों को तोड़ा जाएगा, फिलहाल थोड़ी बहुत जगह खाली करवाई जा चुकी है और लोगों ने गांव से जाना भी शुरू कर दिया है और जो लोग अभी वहां से नहीं गए हैं तो प्रशासन उन घरों के खाली होने का इंतजार कर रहा है.
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बता दें कि अरावली क्षेत्र के खोरी गांव में करीब 100 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण किया गया है. खोरी गांव सूरजकुंड क्षेत्र (फरीदाबाद) के अलावा प्रहलादपुर क्षेत्र, राजधानी दिल्ली तक फैला हुआ है. अधिकांश अतिक्रमण करने वालों ने बिजली और पानी का इंतजाम दिल्ली से ही किया हुआ है.