फरीदाबाद:कोरोना के चलते इंटरनेशनल सूरजकुंड क्राफ्ट मेला स्थगित कर दिया गया है. देश-विदेश में अपनी पहचान रखने वाले मेले का इस बार फरवरी में आयोजन नहीं होगा. लगातार 34 साल से लग रहे इस मेले पर भी कोरोना का ग्रहण लग गया.
सूरजकुंड मेले पर लगा कोरोना का ग्रहण
बता दें कि हर साल लाखों पर्यटक सूरजकुंड मेला देखने आते हैं. मेला स्थगित होने से हरियाणा टूरिज्म को भी राजस्व का नुकसान होगा. मेला लगाने पर अप्रैल 2021 के बाद विचार किया जा सकता है. देश-विदेश में ख्याति प्राप्त अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में 20 से ज्यादा देशों के कलाकार और शिल्पकार हिस्सा लेते हैं.
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क्या है मेले में खास?
सूरजकुंड मेले में देश की संस्कृति और लोक कलाओं को देखने के अलावा शॉपिंग के भी कई सारे ऑप्शन होते हैं. यहां हैंडीक्राफ्ट्स और हैंडलूम की भरमार होती है. ये चीजें आपको बाहर मार्किट में मिलना मुश्किल है. इन्हें आप सस्ते दामों में खरीद सकते हैं. मेले में संगीत कार्यक्रम भी समय समय पर होते रहते हैं. इसके अलावा हर साल मेले की एक खास थीम होती है. पिछली साल सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में थीम स्टेट हिमाचल प्रदेश की रखी गई थी, जबकि उज्बेकिस्तान ने पार्टनर-कंट्री के रूप में भागीदारी की थी.