फरीदाबाद: हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल (haryana state pharmacy council) में भ्रष्टाचार के मामले को लेकर हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री मंत्री अनिल विज (anil vij home minister haryana) ने परिषद के अध्यक्ष धनेश अदलखा, वाइस प्रेसिडेंट सोहनलाल कंसल और रजिस्ट्रार राजकुमार वर्मा, तीनों को काउंसिल के पदों से हटाया दिया है. तीनों के खिलाफ 2 जुलाई को भ्रष्टाचार के मामले में स्टेट विजिलेंस ब्यूरो हिसार (State Vigilance Bureau Hisar) ने एफआईआर दर्ज की थी.
फार्मेसी काउंसिल में पैसे लेकर पंजीकरण करने का आरोप है. फिलहाल राजकुमार वर्मा की रजिस्ट्रार के तौर पर नियुक्ति की गई है. परिषद के काम की जिम्मेदारी एचसीएस योगेश मेहता को सौंपी गई है. अब इसी कड़ी में हरियाणा स्टेट फार्मेसी काउंसिल के चेयरमैन धनेश अदलखा के परिजनों ने उनका समर्थन किया है. इसके साथ हरियाणा स्टेट फार्मेसी काउंसिल के सदस्य, फार्मेसिस्ट, सामाजिक संस्थाएं आरडब्ल्यू से जुड़े लोगों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से निष्पक्ष जांच की अपील की है.
इसके साथ कहा कि जो दलाल पकड़ा गया है वो अपने आप को बचाने के लिए दूसरों पर आरोप लगा रहा है. परिजनों ने कहा कि धनेश ने हमेशा लोगों की भलाई के लिए काम किया है. चाहे उसमें लोगों के लाइसेंस बनवाने से लेकर समाज के किसी भी तरह के कार्य रहे हो. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से गुजारिश है कि वो इस मामले की निष्पक्ष जांच कराएं और अगर उनका भाई दोषी पाया जाता है तो सख्त से सख्त सजा दी जाए.