फरीदाबाद: जमीन का बढ़ा हुआ मुआवजा ना मिलने से नाराज फरीदाबाद और पलवल के दर्जनों गांव के किसान ट्रैक्टरों पर सवार होकर लघु सचिवालय सेक्टर 12 पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार और प्रशासन के खिलाफ किसानों ने जमकर नारेबाजी की.
सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसानों ने बताया कि 2008 में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे यानी कि कुंडली-गाजियाबाद-पलवल के लिए उनकी जमीन को अधिकृत किया गया था. अधिकृत करते समय उनको जमीन का बहुत कम पैसा दिया जा रहा था, जिसके बाद 2017 में उनका जमीन का मुआवजा बढ़ाया गया. किसानों ने कहा कि मुआवजा तो बढ़ा दिया गया, लेकिन अब तक उन्हें बढ़ा हुआ मुआवजा नहीं दिया गया है.
क्या है मामला?
बता दें कि फरीदाबाद और पलवल के 24 गांव के किसानों की 1057 एकड़ जमीन इस एक्सप्रेस वे में अधिग्रहण की गई थी. 2017 के फैसले के अनुसार एनएचएआई को किसानों का 1285 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान करना है, लेकिन नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया इस राशि के भुगतान के खिलाफ हाईकोर्ट गई. जहां हाईकोर्ट ने भी किसानों के हक में फैसला सुनाया, लेकिन हाई कोर्ट के फैसला सुनाने के बावजूद भी किसानों को आज तक उनका पैसा नहीं मिला है.
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किसानों ने दिया प्रशासन को अल्टीमेटम
किसान पिछले काफी लंबे समय से अपने हक के पैसे की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. अब किसानों ने चेताया है कि अगर 10 दिन के भीतर उनका पैसा नहीं मिला तो वो 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में फरीदाबाद में तिरंगा लगाकर ट्रैक्टर रैली निकालेंगे.