फरीदाबाद: मेयर सुमन बाला के पत्र से जिले में भ्रष्टाचार का नया मामला उजागर हो सकता है. बता दें कि फरीदाबाद नगर निगम मेयर सुमन बाला ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर स्वच्छ भारत मिशन के तहत फरीदाबाद में दी गई ग्रांट और उसके खर्च करने के ब्यौरे की जांच के लिए विजिलेंस की मांग की है.
बता दें कि हरियाणा की मनोहर सरकार प्रदेश में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की बात करती है. लेकिन नगर निगम मेयर के द्वारा विजिलेंस जांच कराने की मांग को लेकर लिखे गए इस पत्र ने सरकार के इन सभी दावों की पोल खोल कर रख दी है.
ऐसे में सबसे बड़ी बात यह है कि फरीदाबाद नगर निगम की मेयर सुमन बाला भी भाजपा से संबंध रखती हैं. पत्र में कहा गया है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत भारत सरकार और हरियाणा सरकार के द्वारा साल 2015 से लेकर 2021 तक जो भी ग्रांट फरीदाबाद नगर निगम को दी गई है उसका अधिकारियों के द्वारा दुरुपयोग किया गया है.
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स्वच्छ भारत मिशन के तहत फरीदाबाद में 12 करोड़ रुपए के टॉयलेट खरीदे गए. इन टॉयलेट को फरीदाबाद शहर में लगाया गया. लेकिन इनकी गुणवत्ता बेहद खराब है. उन्होंने कहा कि इन टॉयलेट को सीवर लाइन से भी नहीं जोड़ा गया है. टॉयलेट में पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
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मेयर ने बताया कि इससे सरकार का पैसा तो खराब हुआ ही साथ ही लोगों में सरकार की छवि भी खराब हो गई. स्वच्छ भारत मिशन को लेकर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का अभियान था. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. बिना नुक्कड़ नाटक कराए ही एक एजेंसी को पैसे दे दिए गए.
मेयर ने बताया कि वार्डों में जेसीबी के द्वारा सफाई होनी थी लेकिन सफाई नहीं कराई गई. करीब एक करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया गया. मेयर ने कहा कि सरकार जो पैसा लोगों की भलाई के लिए दे रही है. अधिकारी और ठेकेदार मिलकर जनता के पैसे को दोनों हाथों से लूट रहे हैं.