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फरीदाबाद पुलिस ने साइबर ठग गिरोह का किया भंडाफोड़, पूरे देश में ठगी की 242 वारदातों को दे चुके हैं अंजाम - फरीदाबाद साइबर ठग गिरफ्तार

Faridabad Crime News: पूरे भारत में साइबर ठगी की 242 वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह के खिलाफ फरीदाबाद साइबर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 6 आरोपियों को 1.81 लाख रुपए सहित गिरफ्तार किया है.

cyber fraud gang faridabad
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Published : Mar 14, 2022, 3:40 PM IST

Updated : Mar 14, 2022, 5:56 PM IST

फरीदाबाद: राज्य में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पुलिस लोगों को लगातार जागरूक कर रही है, इसके बावजूद भी कुछ आपराधिक प्रवृति के लोग नागरिकों को तरह-तरह के लालच देकर उन्हें ठगने में कामयाब हो जाते हैं. अब फरीदाबाद साइबर थाना टीम ने साइबर ठगी के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के छह आरोपियों को गिरफ्तार (faridabad cyber criminals arrest) किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अशोक, शान, अमित, प्रदीप, तरुण तथा रविंद्र का नाम शामिल हैं. आरोपी शान उत्तर प्रदेश के महोबा जिले का रहने वाला है वहीं अन्य आरोपी दिल्ली के निवासी हैं. इस मामले में दो आरोपी अभी फरार चल रहे हैं.

आरोपियों ने साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने के लिए दिल्ली के जनकपुरी स्थित डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल एरिया में कॉल सेंटर खोल रखा था. आरोपी किसी ब्रोकर से एलआईसी पॉलिसी धारकों का डाटा इकट्ठा करते थे. पॉलिसी धारकों की जानकारी प्राप्त होने के पश्चात उक्त आरोपी पॉलिसी धारक को फोन करते थे और अपने आप को एलआईसी का अधिकारी बताते थे और सबसे पहले पॉलिसी धारक को उसकी पॉलिसी के बारे में जानकारी देकर उन्हें अपने विश्वास में ले लेते थे. इसके पश्चात आरोपी उन्हें हाल में चल रही उनकी पॉलिसी से बेहतर पॉलिसी के बारे में झूठी जानकारी देते थे जिसमें कम समय में ज्यादा मुनाफे की गारंटी का झूठा वादा किया जाता था.

साइबर ठगों की इन लुभावनी बातों में आकर पॉलिसी धारक अपनी पुरानी पॉलिसी को बंद करके आरोपियों द्वारा बताई गई इस नई पॉलिसी को खरीदने के लिए तैयार हो जाता था. जिसके पश्चात आरोपी अलग-अलग समय पर अलग-अलग बहाने बनाकर पीड़ित से मोटी रकम ऐंठ लेते थे. इसी प्रकार की साइबर ठगी का शिकार हुए फरीदाबाद के रहने वाले पीड़ित मनोज ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि आरोपियों ने इसी प्रकार उसके साथ 8.50 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है. शिकायत के आधार पर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

cyber fraud gang faridabad
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ये भी पढ़ें- इंटरनेट पर हेल्पलाइन नंबर सर्च करना व्यापारी को पड़ा महंगा, मिनटों में खाते से कट गए ढाई लाख रुपये

कड़ी मशक्कत और तकनीक का प्रयोग करके सभी आरोपियों को पकड़ा गया. आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें पूछताछ के दौरान सामने आया कि इस गिरोह में आरोपी अशोक, शान तथा अमित मुख्य आरोपी हैं. वहीं आरोपी रविंद्र के बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए थे तथा आरोपी प्रदीप तथा तरुण अन्य आरोपियों के साथ मिलकर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए एलआईसी अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते थे.

आरोपियों ने पूरे भारत में साइबर ठगी की 242 वारदातों को अंजाम देने के बारे में पुलिस को जानकारी दी जिसमें से 8 वारदातें हरियाणा की शामिल हैं. इस मामले में आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग मोबाइल, सिम कार्ड, वॉकी टॉकी फोन तथा एक लाख रुपए बरामद किए गए हैं. आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है. वहीं इस मामले में शामिल इनके दो अन्य आरोपियों की पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.

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फरीदाबाद: राज्य में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पुलिस लोगों को लगातार जागरूक कर रही है, इसके बावजूद भी कुछ आपराधिक प्रवृति के लोग नागरिकों को तरह-तरह के लालच देकर उन्हें ठगने में कामयाब हो जाते हैं. अब फरीदाबाद साइबर थाना टीम ने साइबर ठगी के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के छह आरोपियों को गिरफ्तार (faridabad cyber criminals arrest) किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अशोक, शान, अमित, प्रदीप, तरुण तथा रविंद्र का नाम शामिल हैं. आरोपी शान उत्तर प्रदेश के महोबा जिले का रहने वाला है वहीं अन्य आरोपी दिल्ली के निवासी हैं. इस मामले में दो आरोपी अभी फरार चल रहे हैं.

आरोपियों ने साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने के लिए दिल्ली के जनकपुरी स्थित डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल एरिया में कॉल सेंटर खोल रखा था. आरोपी किसी ब्रोकर से एलआईसी पॉलिसी धारकों का डाटा इकट्ठा करते थे. पॉलिसी धारकों की जानकारी प्राप्त होने के पश्चात उक्त आरोपी पॉलिसी धारक को फोन करते थे और अपने आप को एलआईसी का अधिकारी बताते थे और सबसे पहले पॉलिसी धारक को उसकी पॉलिसी के बारे में जानकारी देकर उन्हें अपने विश्वास में ले लेते थे. इसके पश्चात आरोपी उन्हें हाल में चल रही उनकी पॉलिसी से बेहतर पॉलिसी के बारे में झूठी जानकारी देते थे जिसमें कम समय में ज्यादा मुनाफे की गारंटी का झूठा वादा किया जाता था.

साइबर ठगों की इन लुभावनी बातों में आकर पॉलिसी धारक अपनी पुरानी पॉलिसी को बंद करके आरोपियों द्वारा बताई गई इस नई पॉलिसी को खरीदने के लिए तैयार हो जाता था. जिसके पश्चात आरोपी अलग-अलग समय पर अलग-अलग बहाने बनाकर पीड़ित से मोटी रकम ऐंठ लेते थे. इसी प्रकार की साइबर ठगी का शिकार हुए फरीदाबाद के रहने वाले पीड़ित मनोज ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि आरोपियों ने इसी प्रकार उसके साथ 8.50 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है. शिकायत के आधार पर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

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कड़ी मशक्कत और तकनीक का प्रयोग करके सभी आरोपियों को पकड़ा गया. आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें पूछताछ के दौरान सामने आया कि इस गिरोह में आरोपी अशोक, शान तथा अमित मुख्य आरोपी हैं. वहीं आरोपी रविंद्र के बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए थे तथा आरोपी प्रदीप तथा तरुण अन्य आरोपियों के साथ मिलकर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए एलआईसी अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते थे.

आरोपियों ने पूरे भारत में साइबर ठगी की 242 वारदातों को अंजाम देने के बारे में पुलिस को जानकारी दी जिसमें से 8 वारदातें हरियाणा की शामिल हैं. इस मामले में आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग मोबाइल, सिम कार्ड, वॉकी टॉकी फोन तथा एक लाख रुपए बरामद किए गए हैं. आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है. वहीं इस मामले में शामिल इनके दो अन्य आरोपियों की पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.

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Last Updated : Mar 14, 2022, 5:56 PM IST
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