फरीदाबाद: सुप्रीम कोर्ट (supreme court) के आदेश के बाद फरीदाबाद के खोरी गांव में तोड़फोड़ (demolition khori village) की जानी है. करीबन दस हजार मकानों को तोड़ा जाएगा. लेकिन ये कार्रवाई अभी तक शुरू नहीं हुई है. प्रशासन तोड़फोड़ की कार्रवाई को टालता जा रहा है. प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ये कहा जा रहा है कि खोरी गांव के लोग अभी अपने घर खाले कर रहे हैं और इसीलिए कार्रवाई को टाला गया है. हालांकि ये साफ नहीं किया गया है कि तोड़फोड़ की कार्रवाई कब शुरू होगी.
बता दें, फरीदाबाद जिला प्रशासन द्वारा छोटे टैम्पो की सर्विस खोरी गांव के लोगों को दी गई है. नगर निगम कमिश्नर गरिमा मित्तल ने बताया कि जिन लोगों को सामान शिफ्ट करने में कोई समस्या आ रही है तो उसमें प्रशासन उनकी मदद करेगा.
खोरी गांव में क्यों होनी है तोड़फोड़?
फरीदाबाद के अरावली क्षेत्र में बसे खोरी गांव में करीबन 10 हजार मकान हैं. सुप्रीम कोर्ट (supreme court) ने फरीदाबाद प्रशासन को आदेश दिया है कि इन मकानों को यहां से हटाया जाए. पुलिस ने भी तोड़फोड़ की तैयारी पूरी कर ली है. प्रशासन ने साफ कर दिया है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना की जाएगी.
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खोरी गांव के लोगों ने ईटीवी भारत को बताया कि वो करीबन 20-30 सालों से खोरी गांव में रह रहे हैं और उन्होंने अधिकारियों और भू-माफिया को एक-एक ईंट लगाने का पैसा दिया है. ऐसे में अब उनके घरों को क्यों तोड़ा जा रहा है. हालांकि अब लोगों ने गांव से पलायन करना शुरू कर दिया है. देखना होगा कि प्रशासन तोड़फोड़ की कार्रवाई को कब शुरू करता है. बता दें, खोरी गांव में भारी पुलिस बल तैनात है.
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