फरीदाबाद: अरावली की तलहटी में बसे खोरी गांव में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश के बाद तोड़फोड़ होनी है. इसके लिए पुलिस प्रशासन और नगर निगम पूरी तरह से तैयार है. वहीं अब ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 7 जुलाई को ग्रामीणों ने खोरी गांव में पंचायत बुलाई है. ठीक एक दिन पहल यानी आज नगर निगम कमिश्नर गरिमा मित्तल खोरी गांव पहुंची. कमिश्नर की सुरक्षा में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई. बताया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लेकर गरिमा मित्तल ग्रामीणों से बातचीत करने पहुंची हैं.
ये है पूरा मामला
बता दें कि, अरावली क्षेत्र के खोरी गांव में करीब 100 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण किया गया है. खोरी गांव सूरजकुंड क्षेत्र (फरीदाबाद) के अलावा प्रहलादपुर क्षेत्र, राजधानी दिल्ली तक फैला हुआ है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद फरीदाबाद के खोरी गांव में तोड़फोड़ की जानी है.
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करीबन दस हजार मकानों को तोड़ा जाएगा, फिलहाल थोड़ी बहुत जगह खाली करवाई जा चुकी है और लोगों ने गांव से जाना भी शुरू कर दिया है और जो लोग अभी वहां से नहीं गए हैं तो प्रशासन उन घरों के खाली होने का इंतजार कर रहा है. बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही किसान नेता गुरनाम चढूनी खोरी गांव पहुंचे थे, और वहां ग्रामीणों और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति बन गई थी.
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