फरीदाबाद: हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण फरीदाबाद की बड़ी लापरवाही सामने आई है. एचएसवीपी के प्रशासक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी ऑफिस आम लोगों के लिए खुला है. जहां लोग आकर अपना काम बिना रोक-टोक करा रहे हैं.
बता दें कि फरीदाबाद एचएसवीपी के प्रशासक के अलावा उनके परिवार के तीन सदस्य और एचएसवीपी का एक और कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव मिला है. बावजूद इसके एचएसवीपी का ऑफिस खोला गया है.
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण फरीदाबाद के प्रशासक के कोरोना संक्रमित होने के बाद सेक्टर 12 में खुले एचएसवीपी के कार्यालय को 7 दिनों के लिए बंद करने की बात कही गई थी. कहा गया था कि इन 7 दिनों में किसी प्रकार की कोई पब्लिक डीलिंग नहीं होगी. 7 दिनों के लिए कार्यालय पूरी तरह बंद रहेगा, लेकिन रेवेन्यू के चक्कर में किस तरह से नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं ये ईटीवी भारत ने एचएसवीपी के कार्यालय के अंदर जाकर देखा.
आम तौर पर कोरोना का केस मिलने के बाद बिल्डिंग को पूरी तरह से सील कर दिया जाता है, लेकिन एचएसवीपी का कार्यालय बिना किसी रोक-टोक के खुल रहा है. कार्यालय में तमाम कर्मचारी आ रहे हैं. इसके साथ ही पब्लिक डीलिंग के लिए जो खिड़कियां बनाई गई हैं, उन पर कर्मचारी पब्लिक के साथ डीलिंग भी कर रहे हैं. मानों जैसे कोरोना का किसी को डर ही नहीं रहा हो.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से फरीदाबाद प्रशासक कार्यालय में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को होम क्वारंटीन रहने के लिए कहा गया है. साथ ही ये भी कहा गया है कि कार्यालय को बंद कर कर्मचारी घर से काम करेंगे, लेकिन सभी कर्मचारी कार्यालय आ रहे हैं और लोगों का काम भी कर रहे हैं.
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गौरतलब है कि फरीदाबाद प्रशासक प्रदीप दहिया के रसोईया को पहले कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई थी. जिसके बाद प्रदीप दहिया के परिवार के लोगों का टेस्ट कराया गया, जिसमें खुद प्रदीप दहिया और 8 महीने की बच्ची, पत्नी वैशाली में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है.