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दिल्ली के एक बाथरूम से चल रहा था 'कोख के कातिलों' का धंधा, फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे किया पर्दाफाश

फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग ने लिंग जांच करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है.

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दिल्ली के एक बाथरूम से चल रहा था 'कोख के कातिलों' का धंधा
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Published : Apr 10, 2021, 4:42 PM IST

फरीदाबाद: फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दिल्ली के मौजपुर इलाके में छापा मारकर भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़ किया है. ये गिरोह नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद के अलग-अलग क्षेत्रों में ले जाकर महिलाओं के लिंग की जांच कराता था. भ्रूण जांच के नाम पर 10 हजार से 30 हजार तक की वसूली की जाती थी. इस मामले में दिल्ली के जाफराबाद थाना क्षेत्र में 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है.

दरअसल, फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग को पिछले कुछ समय से लगातार सूचना मिल रही थी कि ये गिरोह फरीदाबाद से गर्भवती महिलाओं का लिंग जांच कर गर्भपात करा रहा है. सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से डिप्टी सीएमओ हरीश आर्य को गिरोह को पकड़ने की जिम्मेदारी की गई.

कैसे हाथ आया गिरोह?

पहले इस ग्रुप के सदस्यों की तलाश की गई और फिर एक नकली गर्भवती महिला ग्राहक बनाकर गिरोह के सदस्यों से संपर्क किया गय, जिसके बाद 9 हजार में लिंग जांच का सौदा तय हो गया. गिरोह के सदस्यों ने महिला को दिल्ली स्थित मौजपुर मेट्रो स्टेशन बुलाया. गिरोह के सदस्य वहां से महिला को एक किराए के मकान में ले गए. मकान के अंदर बने बाथरूम में लिंग जांच की मशीन को लगाया गया था.

ये भी पढ़िए: 'कोख के कातिलों' का भंडाफोड़, पलवल पुलिस ने बागपत से 6 आरोपी किए गिरफ्तार

जैसे ही महिला ने पैसे गिरोह के सदस्यों को दिए. वैसे ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारकर गिरोह की सदस्य रेनू वर्मा नाम की महिला को दबोच लिया. इसके बाद टीम ने लिंग जांच की मशीन को भी जब्त कर लिया. पुलिस ने इस मामले में रेनू वर्मा, किशोर, गौरव पंडित, अंकित, पंकज, कपिल और प्रदीप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

फरीदाबाद: फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दिल्ली के मौजपुर इलाके में छापा मारकर भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़ किया है. ये गिरोह नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद के अलग-अलग क्षेत्रों में ले जाकर महिलाओं के लिंग की जांच कराता था. भ्रूण जांच के नाम पर 10 हजार से 30 हजार तक की वसूली की जाती थी. इस मामले में दिल्ली के जाफराबाद थाना क्षेत्र में 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है.

दरअसल, फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग को पिछले कुछ समय से लगातार सूचना मिल रही थी कि ये गिरोह फरीदाबाद से गर्भवती महिलाओं का लिंग जांच कर गर्भपात करा रहा है. सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से डिप्टी सीएमओ हरीश आर्य को गिरोह को पकड़ने की जिम्मेदारी की गई.

कैसे हाथ आया गिरोह?

पहले इस ग्रुप के सदस्यों की तलाश की गई और फिर एक नकली गर्भवती महिला ग्राहक बनाकर गिरोह के सदस्यों से संपर्क किया गय, जिसके बाद 9 हजार में लिंग जांच का सौदा तय हो गया. गिरोह के सदस्यों ने महिला को दिल्ली स्थित मौजपुर मेट्रो स्टेशन बुलाया. गिरोह के सदस्य वहां से महिला को एक किराए के मकान में ले गए. मकान के अंदर बने बाथरूम में लिंग जांच की मशीन को लगाया गया था.

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जैसे ही महिला ने पैसे गिरोह के सदस्यों को दिए. वैसे ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारकर गिरोह की सदस्य रेनू वर्मा नाम की महिला को दबोच लिया. इसके बाद टीम ने लिंग जांच की मशीन को भी जब्त कर लिया. पुलिस ने इस मामले में रेनू वर्मा, किशोर, गौरव पंडित, अंकित, पंकज, कपिल और प्रदीप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

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