फरीदाबादः कोरोना वायरस के मद्देनजर देश में हुए लॉकडाउन के चलते हरियाणा के फरीदाबाद और यूपी के ग्रेटर नोएडा को जोड़ने के लिए यमुना नदी के ऊपर बनाए जा रहे पुल का का काम रुक गया है. पुल का निर्माण फरीदाबाद के मंझावली गांव से लेकर यूपी के ग्रेटर नोएडा तक होना है. करीब 122 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे पुल को फरीदाबाद का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जा रहा है. क्योंकि इससे फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा एक-दूसरे से आपस में जुड़ जाएंगे.
पुल से जुड़ी खास बातेंः-
- साल 2014 में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पुल का शिलान्यास किया था.
- 2018 में पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ.
- जून 2020 में पुल का काम खत्म होने की तय डेडलाइन है.
- पुल की कुल लागत 122 करोड़ रुपये तय की गई है.
- पुल की लंबाई करीब 600 मीटर तय की गई है.
- पुल का 60 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है.
- पुल के तैयार होने के बाद 24 किलोमीटर लंबी सड़क भी बनाई जाएगी. जिसका 20 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा में होगा और 4 किलोमीटर सड़क का निर्माण यूपी में होगा.
पुल का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद से बीच-बीच में इसका काम रुकता भी रहा है. जिसके बाद जून 2020 काम पूरा होने की डेडलाइन तय की गई थी. लेकिन लॉकडाउन के चलते पुल के निर्माण का कार्य एक बार फिर से रुक गया है.
क्यों अहम है पुल ?
- पुल का काम पूरा हो जाने के बाद फरीदाबाद और और ग्रेटर नोएडा दोनों शहर एक-दूसरे से सीधे तौर पर जुड़ जाएंगे. जिससे दोनों राज्यों के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा.
- ग्रेटर नोएडा या नोएडा जाने के लिए फरीदाबाद के लोगों को दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा. मौजूदा वक्त में नोएडा जाने के लिए लोगों को दिल्ली से होकर जाना पड़ता है.
फिलहाल अब मंझावली गांव में पुल का निर्माण कार्य रुक गया है. जिसके बाद अब देखना होगा कि लॉकडाउन खुलने के बाद पुल का निर्माण कार्य फिर से कब शुरू होता है.
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