फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में एनकाउंटर मामले में पुलिस ने क्राइम ब्रांच के इंचार्ज राकेश सहित अन्य टीम के सदस्यों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. युवक के एनकाउंटर मामले को पुलिस आरोपी द्वारा पुलिस टीम पर फायरिंग करने के बाद अपने बचाव में गोली चलाने की थ्योरी बता रही थी. हत्या का मामला पुलिसकर्मियों के खिलाफ दर्ज होने पर जब मुजेसर के एसीपी सुधीर तनेजा मीडिया पर अपनी खीझ उतारते हुए नजर आए. क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं...
ये है पूरा मामला: बता दें कि पावटा गांव निवासी बबलू के खिलाफ पुलिस में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. परिजनों के अनुसार बबलू अपने साथियों के साथ 2 दिन पहले मोहन राम के दर्शन के लिए घर से निकला था. बाद में परिजनों को सूचना मिली कि पुलिस ने बबलू को गोली मारी है, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. इस मामले में पुलिस का कहना था कि बबलू ने पहले पुलिस टीम पर फायरिंग की थी, जिसके बाद जवाबी फायरिंग में बबलू की गोली लगने के कारण मौत हो गई.
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फरीदाबाद में एनकाउंटर मामले में क्राइम ब्रांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज: वहीं, परिजनों ने इस बात का विरोध करते हुए 2 दिनों तक मृतक के शव को नहीं लिया और पंचायत कर फैसला लिया गया कि पुलिस ने बबलू की हत्या की है. इसके बाद पुलिस ने क्राइम ब्रांच के इंचार्ज राकेश कुमार और उनकी टीम के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसकी गोली मारकर जानबूझकर हत्या की है. हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद परिजन मृतक के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए. परिजनों का आरोप है कि बबलू के साथ पुलिस ने उसके 2 दोस्तों को भी गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में उनसे गलत बयानबाजी करा कर दोनों को छोड़ दिया गया.
एनकाउंटर मामले में क्या कहते हैं एसीपी: वहीं, जब इस संबंध में मीडिया ने एसीपी मुजेसर सुधीर तनेजा से बात करने की कोशिश की तो वे मीडिया पर अपनी खीझ उतारते हुए नजर आए. उन्होंने कहा कि 'पुलिस का मामला है और वह इस पर नहीं बोलेंगे.'
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