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क्लर्कों की छंटनी के विरोध में उतरे कर्मचारी, 21 सितंबर को करेंगे विरोध प्रदर्शन

फरीदाबाद में नगरपालिका कर्मचारी संघ ने सरकार पर क्लर्कों की छंटनी के आरोप लगाए. संघ ने कहा कि सरकार अपने वादे से मुकर रही है.

Employees protest against layoffs of clerks in faridabad
Employees protest against layoffs of clerks in faridabad
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Published : Sep 19, 2020, 7:40 PM IST

फरीदाबाद: शहर में नौकरी से छंटनी को लेकर नगरपालिका कर्मचारी संघ ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया. संघ के प्रधान नरेश कुमार शास्त्री और सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने नगर निगम, नगर पालिका और परिषदों में वर्षों से लगे क्लर्कों और कंप्यूटर ऑपरेटर की छंटनी के विरोध में प्रेसवर्ता का आयोजन किया.

प्रधान नरेश शास्त्री ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ वादा खिलाफी कर रही हैं. एक तरफ 4,015 क्लर्कों की नई भर्ती की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर पिछले करीब 10 सालों से कार्यरत क्लर्कों को नौकरी से बाहर निकाला जा रहा है. सरकार चतुर्थ और तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों सहित सभी कर्मचारियों का ठेका खत्म करने जा रही है.

क्लर्कों की छंटनी के विरोध में उतरे कर्मचारी, देखें वीडियो

उनकी मांग है कि नई भर्ती के साथ पुराने कर्मचारियों की छंटनी नहीं की जानी चाहिये. इसके अलावा ये भी मांग की है कि समान काम समान वेतन लागू किए जाए और सभी कर्मचारियों को पक्का करने का कार्य शुरू किया जाए. उन्होंने ये भी मांग की है कि चार हजार रुपये जोखिम भत्ता कर्मचारियों को दिया जाना चाहिए.

ये भी पढ़ें- कृषि अध्यादेश के समर्थन में सड़कों पर उतरे किसान, कहा- बिचौलियों से मिलेगा छुटकारा

इसके अलावा कोरोना से मौत होने पर 50 लाख रुपये का विशेष आर्थिक सहायता दी जानी चाहिये. इन सभी मांगों को सरकार जल्द से जल्द पूरा करे नहीं तो 21 सितम्बर को प्रदेश के सभी कर्मचारी विरोध प्रदर्शन करेंगे और फिर 23 सितम्बर को रोहतक में राज्यव्यापी मंथन करके आगे भी भूमिका तैयार की जाएगी.

फरीदाबाद: शहर में नौकरी से छंटनी को लेकर नगरपालिका कर्मचारी संघ ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया. संघ के प्रधान नरेश कुमार शास्त्री और सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने नगर निगम, नगर पालिका और परिषदों में वर्षों से लगे क्लर्कों और कंप्यूटर ऑपरेटर की छंटनी के विरोध में प्रेसवर्ता का आयोजन किया.

प्रधान नरेश शास्त्री ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ वादा खिलाफी कर रही हैं. एक तरफ 4,015 क्लर्कों की नई भर्ती की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर पिछले करीब 10 सालों से कार्यरत क्लर्कों को नौकरी से बाहर निकाला जा रहा है. सरकार चतुर्थ और तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों सहित सभी कर्मचारियों का ठेका खत्म करने जा रही है.

क्लर्कों की छंटनी के विरोध में उतरे कर्मचारी, देखें वीडियो

उनकी मांग है कि नई भर्ती के साथ पुराने कर्मचारियों की छंटनी नहीं की जानी चाहिये. इसके अलावा ये भी मांग की है कि समान काम समान वेतन लागू किए जाए और सभी कर्मचारियों को पक्का करने का कार्य शुरू किया जाए. उन्होंने ये भी मांग की है कि चार हजार रुपये जोखिम भत्ता कर्मचारियों को दिया जाना चाहिए.

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इसके अलावा कोरोना से मौत होने पर 50 लाख रुपये का विशेष आर्थिक सहायता दी जानी चाहिये. इन सभी मांगों को सरकार जल्द से जल्द पूरा करे नहीं तो 21 सितम्बर को प्रदेश के सभी कर्मचारी विरोध प्रदर्शन करेंगे और फिर 23 सितम्बर को रोहतक में राज्यव्यापी मंथन करके आगे भी भूमिका तैयार की जाएगी.

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