फरीदाबादः एक तरफ जहां पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी ओर इस महामारी के बीच फरीदाबाद का बड़खल इलाका आज भी पानी को तरस रहा है. कंटेनमेंट जोन में शामिल होने के बावजूद बड़खल के लोगों को मजबूरन घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है. हालातों को देखते हुए ग्रामीणों ने ईटीवी भारत के माध्यम से प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
पानी को तरसे ग्रामीण
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बड़खल के लोगों ने कहा कि प्रशासन द्वारा उनके लिए पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई. उनका कहना है कि जान जोखिम में डालकर हम पीने का पानी लाते हैं, लेकिन इस ओर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. हालात इस कदर बेकाबू हैं की पानी की कमी के चलते लोग कई दिनों तक स्नान भी नहीं कर पा रहे.
कई किलोमीटर पैदल चलकर लाते हैं पानी
महिलाओं ने बताया कि प्रशासन ने उनको घर में रहने की हिदायत तो दे दी है लेकिन पीने तक का पानी उनको मुहैया नहीं कराया. उन्होंने बताया कि 2 किलोमीटर दूर से पीने का पानी दो बार लेकर जाते हैं जिससे परिवार का काम चलता है. महिलाओं का कहना है कि हम भले ही कोरोना वायरस से मरें या ना मरें लेकिन पीने के पानी की इस कमी से प्यासे जरूर मर जाएंगे.
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प्रशासन के खोखले आश्वासन!
एक शख्स ने कहा कि प्रशासन भले ही लोगों को सुविधाएं देने का दावा करता है लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. बार-बार शिकायत के बाद प्रशासन से उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है. उन्होंने बताया कि शिकायत के बाद प्रशासनिक अधिकारी आते हैं और उन्हें जल्द पानी मुहैया कराने की बात कहकर चले जाते हैं लेकिन उसके बावजूद आज तक उनकी ये समस्या हल नहीं हुई.
कंटेनमेंट जोन में शामिल बड़खल
बता दें कि फरीदाबाद का बड़खल इलाका वो इलाका है जहां पर कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. मामलों को देखते हुए बड़खल को कंटेनमेंट जोन में शामिल किया गया. इस दौरान लोगों को घरों के अंदर रहने की हिदायत दी गई, लेकिन पानी की कमी के चलते लोग घरों से बाहर निकलने को मजबूर हो गए हैं. महामारी के बीच भी लोग मीलों पैदल चलकर पीने का पानी ला रहे हैं.