फरीदाबाद: 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से राहुल गांधी की अगुवाई में शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा 23 दिसंबर को फरीदाबाद पहुंच (Bharat Jodo Yatra in Haryana) रही है. ऐसे में राहुल गांधी की यात्रा (Rahul gandhi bhart jodo yatra in haryana) को लेकर कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता पोस्टर बैनर के जरिए अपनी-अपनी मौजूदगी दर्ज करवाने में लगे हुए हैं. लेकिन इसी बीच हरियाणा कांग्रेस में फिर से गुटबाजी नजर आ रही है. दरअसल फरीदाबाद में भी कांग्रेस की गुटबाजी पोस्टर बैनर (Poster factionalism in Haryana Congress) के माध्यम से देखा जा रहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों ने भूपेंद्र हुड्डा प्रदेश अध्यक्ष उदय भान समेत कई नेताओं के पोस्टर बैनर लगवाए हैं. वहीं दूसरी ओर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा के समर्थकों ने अपने साथ कुमारी शैलजा की फोटो लगाकर पोस्टर बैनर फरीदाबाद (bharat jodo yatra posters in faridabad) में लगवाए हैं. हालांकि इस बीच में कुछ समर्थक ऐसे हैं जो दोनों गुटों को साथ में लेकर चलना चाह रहे हैं और यही वजह है कि पोस्टर बैनर में भले ही छोटे रुप में लेकिन दोनों गुटों के नेताओं के पोस्टर बैनर लगवाए हैं.
हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है कि कांग्रेस में गुटबाजी नजर आई हो जब अशोक तंवर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे उस दौरान शैलजा गुट अलग था. भूपेंद्र हुड्डा गुट अलग किरण चौधरी का गुट अलग. ये तमाम गुट अलग-अलग धराओं में चल रहे थे और यही वजह है कि कई बार कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने गुटबाजी को लेकर कांग्रेस के तमाम नेताओं के साथ बैठक भी की.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदय भान और भूपेंद्र हुड्डा के करीबी माने जाते हैं और भूपेंद्र हुड्डा की पैरवी से ही वह प्रदेश अध्यक्ष बने हैं. ऐसे में कुमारी शैलजा का गुट काफी नाराज भी हुआ था. जब कुमारी शैलजा को अध्यक्ष पद से हटाया था ऐसे में 23 दिसंबर को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जैसे ही फरीदाबाद प्रवेश करेगी वैसे ही तमाम नेताओं की निगाहें अपने-अपने गुट के नेताओं पर रहने वाली है.
भूपेंद्र हुड्डा के खासम खास और ओल्ड फरीदाबाद से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी लखन सिंगला ने बड़े-बड़े होर्डिंग बैनर लगाए हैं, लेकिन लखन सिंगला के हार्डिंग में कहीं भी कुमारी शैलजा की तस्वीर नहीं लगाई गई है. भूपेंद्र हुड्डा के काफी करीबी माने जाने वाले लखन सिंगला हमेशा से ही हुड्डा गुट में रहे हैं और भूपेंद्र हुड्डा का साथ हमेशा उन्होंने दिया है. लेकिन वहीं बात करें शैलजा गुट की तो फरीदाबाद में भी कुमारी शैलजा की पकड़ काफी अच्छी मानी जाती है.
यही वजह है कि कुमारी शैलजा के करीबियों ने कुमारी शैलजा के बैनर से भूपेंद्र हुड्डा को गायब कर दिया है. यदि ऐसे ही गुटबाजी कांग्रेस में सामने आती रही तो आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. जैसा कि पिछले विधानसभा में कांग्रेस ने इसका खामियाजा भुगता भी है. गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा (Rahul gandhi bhart jodo yatra) का मकसद बेरोजगारी, राजनीतिक केंद्रीकरण और विशेष रूप से भय, कट्टरता की राजनीति और नफरत के खिलाफ लड़ने के लिए किया गया है. भारत जोड़ो यात्रा के तहत राहुल गांधी 12 राज्यों से होते हुए 150 दिन में 3570 किलोमीटर का रास्ता तय करेंगे जो कि कन्याकुमारी से शुरू हुई श्रीनगर में खत्म होगी.