चरखी दादरी: विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान ग्रामीणों की समस्याओं का एक जगह समाधान हो जाता है. यात्रा के दौरान सभी विभाग के अधिकारी मौजूद रहते हैं और लोगों की समस्या का निवारण करते हैं.
संकल्प यात्रा का क्या है उद्देश्य: विकसित भारत संकल्प यात्रा पूरे देश में सरकार की प्रमुख योजनाओं को सौ फीसदी पूरा करने के लक्ष्य के साथ शुरू की गयी है. यात्रा का मकसद है कि लक्षित लाभार्थियों तक समयबद्ध तरीके से योजनाओं का लाभ पहुंचना निश्चित किया जा सके. इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दोपहर को संकल्प यात्रा के लाभार्थियों को वर्चुवली संबोधित किया. चरखी दादरी में भी इसका आयोजन किया गया जहां बड़ी संख्या में लाभार्थी पहुंचे और पीएम नरेन्द्र मोदी की बातों को ध्यान से सुना.
प्रशासनिक अधिकारी रहे मुस्तैद: विभागीय अधिकारियों ने लोगों को संकल्प विकसित भारत की शपथ दिलाई. अधिकारियों ने विभागीय स्टॉलों पर जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान किया. अधिकारियों ने बताया कि सरकार की कोशिश है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कराया जा सके. इसमें परिवार पहचान पत्र सशक्त माध्यम साबित हुआ है. इससे न केवल अंत्योदय परिवारों की पहचान कर उन्हें विकास योजनाओं से जोड़ा गया है बल्कि समयबद्ध तरीके से योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाना भी सुनिश्चित किया गया है.
लाभार्थियों ने भी जतायी खुशी: संकल्प यात्रा के दौरान पहुंचे लोगों ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम होने से उनकी समस्याओं का एक ही जगह समाधान हो जाता है. उन्हें जहां तहां भटकना नहीं पड़ता है. लोगों ने सरकार की इस पहल का स्वागत किया कहा कि ऐसे और कार्यक्रम लगातार होने चाहिए. संदीप सागवान नाम के लाभार्थी ने कहा कि सरकार का यह सराहनीय प्रयास है. इससे आम लोगों को बहुत फायदा हुआ है. अपनी समस्या को लेकर उन्हें जहां तहां भटकना नहीं पड़ रहा है. अन्य लाभार्थी संदीप कुमार के अनुसार विभिन्न विभागों के अधिकारियों से एक जगह मुलाकात हो जाने से समय की बचत होती है और अपना काम भी हो जाता है.