चरखी दादरी: लॉकडाउन के दौरान रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सरकार द्वारा निजी बसों के परमिट जारी करने को लेकर कर्मचारी फिर से आंदोलन की राह पकड़ सकते हैं. रोडवेज कर्मियों ने तालमेल कमेटी के आह्वान पर दादरी बस स्टैंड पर रोष प्रदर्शन किया.
बता दें कि रोडवेज कर्मचारियों ने इस महीने में डिपो स्तर पर बैठक करेंगे और आगामी आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने पर विचार करेंगे. इन कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार द्वारा अपना फैसला वापस नहीं लेने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है. रोडवेज कर्मचारियों ने दादरी बस स्टैंड पर इकठ्ठा होकर सरकार और विभाग के खिलाफ अपना रोष प्रकट किया.
रोडवेज तालमेल कमेटी के सदस्य और प्रदेश उपाध्यक्ष रणबीर गहलोत सरकार पर विभाग के निजीकरण की ओर धकेलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि निजी बसों को परमिट देने बाद आमजन की यात्रा सुरक्षित नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि सरकार को निजी बसों की बजाय रोडवेज की बसों को बेड़े में शामिल करना चाहिए. कर्मचारियों ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सरकार ने निजी परमिट जारी करने का फैसला लेकर जनहित के साथ धोखा किया है.
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने अपना फैसला वापस नहीं लिया तो कर्मचारी फिर से हड़ताल पर चले जाएंगे. कर्मचारियों ने रोडवेज प्रबंधक भूपेंद्र सिंह को सीएम और निदेशक के नाम ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें अल्टीमेटम दिया कि फैसला वापस नहीं लेने पर 16 से 29 जून तक डिपो स्तर पर बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे.