चरखी दादरी: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन अब खापों के सहयोग से आगे बढ़ाया जाएगा. खापों के सहयोग से किसान 26 मई को आंदोलन के 6 महीने पूरे होने पर काला दिवस मनाएंगे और बाद में रणनीति के अनुसार एकजुटता के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी. काला दिवस कार्यक्रम में खापों के साथ-साथ सामाजिक और कर्मचारी संगठन भी शामिल होकर सरकार के खिलाफ रोष जताएंगे. इसके लिए गांव स्तर पर कमेटियों का गठन किया जाएगा.
ये निर्णय फौगाट खाप की कार्यकारिणी की दादरी के स्वामी दयाल धाम पर हुई मीटिंग में लिया गया है. खाप प्रधान बलवंत नंबरदार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई फैसलें लिए गए हैं. करीब दो घंटे चली इस बैठक में कृषि कानूनों को लेकर सरकार के खिलाफ लंबी और आर-पार की लड़ाई लड़ने की रणनीति बनाई गई है.
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खाप प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि अब खापों की अगुवाई में किसानों द्वारा आंदोलन को तेज किया जाएगा. वहीं 26 मई को किसान आंदोलन के 6 महीने पूरे होने पर कितलाना टोल पर भिवानी और दादरी के किसानों द्वारा काला दिवस मनाया जाएगा. काला दिवस को लेकर खाप के प्रत्येक गांवों में कमेटियों का भी गठन करते हुए ड्यूटियां लगाई गई है. वहीं प्रत्येक गांवों से महिलाओं की भी भागीदारी सुनिश्चित की गई.
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खाप प्रधान बलवंत नंबरदार ने ये बताया कि प्रदेश में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं तो ऐसे में फौगाट खाप की तरफ से ग्रामीण इलाकों में सेनेटाइजर का छिड़काव करवाया जाएगा, हवन करवाएं जाएंगे और जिस गांव को भी इस काम में मदद की जरूरत हो तो वो हमें जानकारी दे सकता है और वहां भी हम सेनेटाइजर का छिड़काव करवा देंगे.