चरखी दादरी: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के निर्देश पर गठित निगरानी कमेटी ने दादरी जिले में स्थित विभिन्न क्रशर जोनों का दौरा किया. इस दौरान कमेटी ने क्रशर जोन पर पर्यावरण संबंधित नियमों की पालना सुनिश्चित करवाने के साथ-साथ एनजीटी के नियमों की उल्लंघना करने पर कार्रवाई करने की बात कही. साथ ही कमेटी ने क्रशर जोन में पानी का छिड़काव, पर्यावरण को लेकर भी क्रशर संचालकों को निर्देश दिए.
एनजीटी द्वारा गठित तीन सदस्यीय निगरानी कमेटी के अध्यक्ष के रूप में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस प्रीतम पाल और सदस्यों के रूप में हरियाणा की पूर्व मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी, टेक्नीकल एक्सपर्ट डॉ. बाबू राम को शामिल किया गया है. निरीक्षण के दौरान दादरी के उपायुक्त राजेश जोगपाल, अतिरिक्त उपायुक्त राहुल नरवाल भी मौजूद रहे.
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कमेटी ने क्रशर संचालकों से ली पर्यावरण संरक्षण के बारे में जानकारी
इस दौरान टीम ने क्रशरों पर की जा रही नियमों की पालना के बारे में जानकारी ली. एनजीटी के निर्देशों पर गठित निगरानी कमेटी ने दादरी जिले के खेड़ी बत्तर, कलियाणा, अटेला, बिरही कलां इत्यादि क्रशर जोन का निरीक्षण किया. इस दौरान टीम द्वारा क्रशर संचालकों से भी बातचीत की गई. साथ ही उनके द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारियां ली.
क्रशर जोन का गहनता से किया गया निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान टीम में शामिल अधिकारियों द्वारा क्रशर जोन में गहनता से जांच की गई. इसमें ये भी देखा गया कि क्रशरों के संचालन में कितना पानी इस्तेमाल किया जा रहा है. टीम द्वारा विभिन्न क्रशरों को चालू करवा कर भी निरीक्षण किया गया.
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नियमों की पालना सुनिश्चित करना उद्देश्य: उपायुक्त
दादरी के उपायुक्त राजेश जोगपाल ने बताया कि निगरानी कमेटी का मुख्य उद्देश्य ये सुनिश्चित करना है कि क्रशर संचालकों द्वारा पर्यावरण से संबंधित नियमों की पूर्ण रूप से पालना की जा रही है या नहीं. इसी उद्देश्य के चलते टीम द्वारा दादरी जिले के क्रशर जोन का दौरा किया गया है. साथ ही निर्देश दिए हैं कि अगर कोई एनजीटी नियमों की उल्लंघना करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.